जौनपुर। वाराणसी फैजाबाद रेल मार्ग पर नगर कोतवाली क्षेत्र के सिपाह के पास रविवार को सुबह करीब सवा दस बजे ट्रेन की चपेट में आने से पति-पत्नी की मौत हो गई। दोनों भंडारी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतर कर रेलवे लाइन के रास्ते से ही सिपाह जा रहे थे। सामने से आ रही ट्रेन से अपने नाती और पोती को बचाने के चक्कर में दोनों ट्रेन की चपेट में आ गए जिससे मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दोनों बच्चे बाल बाल बच गए। सूचना मिलते ही परिवार के लोग भी पहुंच गए। जीआरपी ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 
केराकत कोतवाली क्षेत्र के हाशमी  मोहल्ला निवासी फकरुद्दीन बुद्धू (50), उनकी पत्नी सकीना (४५) अपने आठ वर्षीय नाती हसनैन और सात वर्षीय पोती असवा के साथ अपनी बेटी के घर सुरियांवा भदोही जा रहे थे। वे केराकत से ट्रेन से भंडारी रेलवे स्टेशन पर उतरे और वहां से सिपाह पड़ाव पर जाने के लिए रलवे लाइन के रास्ते ही पैदल जा रहे थे। सिपाह के पास रलवे ओवरब्रिज के निकट पहुंचे थे तभी वाराणसी से लखनऊ जाने वाली बालामऊ पसेंजर ट्रन आ गई। दोनों पति पत्नी आगे चल रहे थे जबकि दोनों बच्चे उनके पीछे थे।
 प्रत्यक्षदर्शियो के मुताबिक सामने से ट्रेन आती देख वे घबड़ा गए। बच्चों को बचाने पीछे मुड़कर देखने लगे। तबतक ट्रेन आ गई और दोनों ट्रेन की चपेट में आ गए। जबकि दोनों बच्चे लाइन के किनारे की पगडंडी पर चल रहे थे जिससे दोनों बाल बाल बच गए। ट्रन की चपेट में आने से महिला सकीना पटरी पर गिर पड़ीं जबकि फकरुद्दीन ट्रेन के धक्के से बीस फिट गहरी खांई में जा गिरे। दोनों की मौके पर मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने करीब एक घंटे बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हादसे की खबर मिलते ही केराकत से परिवार के लोग भी पहुंच गए। पति पत्नी की एक साथ मौत से परिवार में कोहराम मच गया। मृतक फकरुद्दीन रिक्शा ट्राली चलाकर परिवार की आजीविका चलाते थे।