जौनपुर। जामिया इमानिया नासिरिया में 3 दिवसीय मजलिस का आयोजन हजरत फात्मा की शहादत पर हुआ। अंतिम मजलिस में इमानिया नासिरिया के प्रधानाचार्य महफुजुल हसन खां ने कहा कि फातमा जहरा दुनिया की औरतों के लिये आदर्श हैं।
उनका अनुसरण करके दुनिया में औरतें ऊंचा मुकाम हासिल कर सकती हैं। आज दुनिया में महिला सशक्तिकरण का नारा बुलंद किया जा रहा है जबकि फातमा जहरा ने 14 सौ साल पहले अपने हक के लिये आवाज बुलंद करके महिलाओं को हक हेतु संघर्ष का रास्ता दिखा दिया था।
 मजलिस समाप्ति पर ताबूते फात्मा जहरा निकाला गया जहां लोगों ने नौहा एवं मातम करते हुये श्रद्धांजलि अर्पित किया। मजलिसों का संचालन मौलाना रजी विस्वानी एवं मौलाना सै. आबिद रजा ने किया।
 इस अवसर पर वसी हसन खां, सै. कम्बर अली रिजवी, नासिर मेंहदी खां, गज्जनफर अब्बास तूसी, सै. नदीम रजा जैदी, जेनान असगर मौलाई, असद यावर, सै. तहकीक हुसैन रिजवी, अहमद जहां खां एडवोकेट, मोहम्मद मुस्तफा खां, उरूज हैदर खां, शेख अली मंजर डेजी, मरगुब असकरी, सै. फजले अब्बास जैदी, यूसुफ खां, जीशान मेंहदी मिर्जापुरी, सै. आबिद रजा, सै. मोबश्शिर हुसैन रिजवी, साजिद अली खां, मोहम्मद जाफर खां, असलम नकवी, वसीम मोहम्मद, बदरूद्दुजा जैदी, रजवान अहसन, मशकुरूल हसन जैदी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।