जौनपुर। बसंत ऋतु के आगमन की खुशी के बीच मनाया जाने वाला बसंत पंचमी का पर्व रविवार को पूरी आस्था से परम्परागत ढंग से मनाया गया। मान्यता है कि इस पर्व को विद्या की देवी मां सरस्वती के अवतरण के रूप में मनाया जाता है। पीले वस्त्र धारण कर लोगों ने पीले फूल चढ़ाने के साथ माता सरस्वती की आराधना किया तथा धनवान के साथ ज्ञानवान बनाने की प्रार्थना किया।
 मान्यता है कि माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी को ही संगीत, काव्य, कला, शिल्प, रस, छंद, शक्ति जिह्वा को प्राप्त हुई थी। आज के दिन पीले वस्त्र पहनने, हल्दी से मां सरस्वती की पूजा करने और हल्दी का ही तिलक लगाने का विधान है। इतना ही नहीं, बसंत पंचमी के दिन रेड़ का पेड़ में जमीन में गाड़कर बासंतिक माहौल यानी होली की शुरूआत किया जाता है।
इसी क्रम में पन्ना लाल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जनकल्याण समिति के करंजाकला क्षेत्र के जासोपुर में स्थित कैम्प कार्यालय पर कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस मौके पर संस्थापक/अध्यक्ष शिवा वर्मा सहित उपस्थित बच्चों ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पण कर पूजा-पाठ किया। इस अवसर पर हिमांशु वर्मा, युवराज वर्मा, राजेश यादव, डा. आशा, ज्योति वर्मा, कृष्ण कुमार, डा. ओम प्रकाश यादव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। अन्त में संस्थापक/अध्यक्ष श्री वर्मा ने समस्त आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
जेसीआई चेतना ने नगर के एक विद्या मन्दिर में मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुये विधि-विधान से पूजा-पाठ किया। इस मौके पर संस्थाध्यक्ष कल्पना केसरवानी ने बताया कि आज के दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। विद्या की देवी मां सरस्वती के पूजनोत्सव के बाबत पीले रंगों का प्रयोग किया जाता है। पीले वस्त्र धारण किये सभी जेसीआई सदस्यों ने बासंतिक कार्यक्रम भी किया। साथ ही नीतू गुप्ता ने मां सरस्वती का भजन प्रस्तुत करके सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम का संचालन सचिव मधु गुप्ता ने किया। इस अवसर पर डाली गुप्ता, इंदिरा, अभिलाषा, बबली, अनीता, मंजू, मीना, रेनू, अंजू पाठक, अंजू, दीप्ति, ममता, आचल सोनी, संगीता, किरन, ममता केसरी, किरन, एकता, सरला, मीरा, निकिता, सुधा, शालिनी सिंह, सचिता, शालिनी सेठ, जूही, मेघना, ऋचा, चारू शर्मा सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन रीता कश्यप के सरस्वती वंदना से हुआ।