जौनपुर। वीर बहादुर पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजाराम यादव के विवादित भाषण का मुद्दा बुधवार को विधान परिषद में उठा। सपा के एमएलसी शतरूद्र प्रकाश ने कुलपति को अपने विवादित भाषण के लिए खेद व्यक्त करते हुए शर्मनाक वाक्य को वापस ले लेना चाहिए। 

एमएलसी शतरुद्र प्रकाश ने विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान पूविवि के कुलपति के विवादित भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि २८ दिसंबर २०१८ को वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति  प्रो. राजाराम यादव ने गाजीपुर जिले में स्थित सत्यदेव डिग्री कालेज में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा था कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के छात्र हो तो रोते हुए कभी मेरे पास मत आना। अगर किसी से झगड़ा हो जाए तो उसकी पिटाई करके आना, तुम्हारा बस चले तो मर्डर कर के आना। हम देख लेंगे। 
एमएलसी ने कहा कि कुलपति को अपने निंदनीय भाषण के प्रति खेद व्यक्त करते हुए अपने वाक्य को वापस लेना चाहिए। उन्होंने प्रदेश के सभी कुलपतियों को अपनी बाणी व आचरण को संयत व मर्यादित रखना चाहिए। दर असल पूविवि के कुलपति प्रो. राजाराम यादव ने गाजीपुर के सत्यदेव डिग्री कालेज में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा था। कुलपति के इस विवादित भाषण के बाद यूथ कांग्रेस ने कुलपति का पुतला दहन किया था।
कई संगठनों ने कुलपति की बर्खास्तगी तक की मांग की थी। हालांकि स्वामी विवेकानंद की जयंती पर पूविवि में आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम में आए योग गुरु बाबा रामदेव ने कुलपति का खुलकर बचाव किया था।