जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्द 18 कालेजों ने परीक्षा शुल्क अभी तक नहीं जमा किया है। परीक्षा 25 फरवरी से शुरू हो रही है। इन कालेजों पर अभी भी फीस का 65 लाख रूपया बकाया है। विश्वविद्यालय प्रशासन फीस नहीं जमा करने वाले कालेजों पर 50 हजार रूपये जुर्माना भी लगा चुका है।

वर्ष 2018 में परीक्षा समिति ने फीस बढ़ाने के लिए प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव को वित्त समिति में रखा गया और परीक्षा समिति ने प्रस्ताव पर मुहर लगान के बाद शासन को भेज दिया। शासन ने फ फीस  बढ़ाने के लिए अनुमोदन कर दिया। इसी बीच कुछ कालेज बढ़ी फीस के खिलाफ  न्यायालय चले गए। कोर्ट ने बढ़ी हुई फीस नहीं जमा करने के लिए राहत दे दिया। विवि में स्नातक प्रथम और तृतीय वर्ष के छात्रों की फीस 1600 थी। जिसमें 150 रूपये की बढोत्तरी होने के बाद 1750 हो गई। स्नातक द्विेतीय वर्ष की फीस 1400 थी जो बढ़कर 1550 हो गई। इसी प्रकार स्नातकोत्तर की फीस 1550 थी।
दो सौ रूपये बढऩे के बाद 1750  हो गई। जिन कालेजों का विश्वविद्यालय में नामांकन नहीं था उनसे 200 रूपये नामांकन फीस भी जोड़कर 1950 रूपये वसूल लिया गया। जो कालेज कोर्ट गए थे। उसमें से 18 कालेजों ने अभी तक फीस नहीं जमा किया है। इन कालेजों पर फीस का 65 लाख रूपये बकाया है। विश्वविद्यालय प्रशासन की माने तो इन कालेजों को फीस जमा करने के लिए पत्र जारी कर दिया गया है।
फीस नहीं करने के कारण इन कालेजों पर 50 हजार रूपये जुर्माना भी लगाया गया है। विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाएं 25 फरवरी से शुरू हो रही है। इन कालेजों ने बढ़ी हुई फीस जमा करने से इनकार कर दिया है। विवि प्रशासन इन कालेजों में पंजीकृत छात्रों को परीक्षा में कैसे शामिल करेगा। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। देखना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ऐसे कालेजों के खिलाफ अब क्या फैसला लेता है।





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