• कार्यक्रम के पूर्व निकाली गयी भव्य शोभायात्रा
  • हजारों की संख्या में भक्तों ने ग्रहण किया प्रसाद
जौनपुर। सत्संग विहार कमलानगर हुसेनाबाद द्वारा नगर के बीआरपी कालेज के मैदान में पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी का 131वां जन्मदिवस बड़े ही धूमधाम के साथ रविवार को मनाया गया।
इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी कोई साधारण पुरुष नहीं थे वह भगवान के अवतार थे। जब भी मैं धर्मसभा में आता हूं मैं अपने आप को धन्य पाता हूं। व्यक्ति, दम्पति, समाज, राष्ट्र और विश्व में सामंजस्य सुख, शांति और सम्पन्नता कैसे आयेगी, यह श्री श्री ठाकुर जी अपने संदेशों के जरिए समाज को बताया है और उसका व्यवहारीकरण करके भी दिखाया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे टीडी कालेज के प्रबंधक अशोक सिंह ने ठाकुर जी को राम, कृष्ण, बुद्ध आदि से जोड़ते हुए ईश्वर की श्रेणी में अवतरित होना बताया तथा रामचरित मानस की बहुत सी चौपाईयों को सुनाते हुए श्री श्री ठाकुर जी के विचारधारा में उसका सामांजस्य स्थापित किया और साथ-साथ उन्होंने कार्यक्रम स्थल के चारों तरफ श्री श्री ठाकुर जी की जो वाणियां लिखी थी उसमें जीवनपयोगी वाणियों की उन्होंने व्यख्या किया। उन्होंने कहा कि कैसे व्यक्ति दीक्षा लेकर के अपने को धन्य कर सकता है। ठाकुर जी का मूल दर्शन है कि एक आदर्श व्यक्ति का निर्माण तभी संभव है जिसके जीवन में एक आदर्श पुरूष गुरु के रूप में होता है।
इसके पूर्व कार्यक्रम में उषाकाल में शहनाई वादन, जागरणी, प्रात:कालीन प्रार्थना, सर्वधर्म ग्रंथ पाठ एवं साढ़े 8 बजे से शोभायात्रा निकाली गयी। शोभायात्रा उत्सव स्थल से चलकर टीडीपीजी कालेज के उत्तरी गेट के सामने से होती हुई लाइन बाजार चौराहे के रास्ते कलेक्ट्रेट तिराहा से होते हुए रोडवेज के पास उत्सव स्थल पर पहुंचकर समाप्त हुई। शोभायात्रा अत्यंत मनमोहक, प्रेरणादायक व अनुकरणीय रही। कार्यक्रम में समीपवर्ती जनपदों वाराणसी, प्रयागराज, आजमगढ़, गाजीपुर से लोग आये थे।
धर्मसभा में ठाकुर जी के प्रवीण ऋत्विकगुण श्री कृष्ण मोहन अस्थाना, भुवाल विश्वकर्मा, तापस नंदी, डा. पंकज सिंह एवं आसाम से आये त्रिविनंद जी ने ठाकुर जी के बहुआयामी विचारधारा पर विस्तार से डाले कि आज की सामाजिक, राष्ट्रीय, धार्मिक, सांस्कृतिक, पारिवारिक तथा व्यक्तिगत समस्याओं से निदान पाने के लिए श्री श्री ठाकुर ने क्या व्यवस्था दी है। श्री श्री ठाकुर जी का मानना है कि जब तक व्यक्ति आदर्श मुखी नहीं होगा तब तक व्यक्ति, परिवार, समाज, राष्ट्र तथा विश्व में संतुलन, शांति, सामंजस्य और सुशासन और सम्पन्नता नहीं हो सकती है।
उत्सव में एक मेडिकल कैम्प का भी आयोजन किया गया जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा विभिन्न रोगों के मरीजों का नि:शुल्क परामर्श, जांच एवं दवाइयां का वितरण किया गया। कार्यक्रम में शताधिक दीक्षाएं भी हुई। अंत में सभी ने भंडारा में प्रसाद ग्रहण किया। सारे कार्यक्रम में स्थानीय सभी गुरुभाइयों का विशेष योगदान रहा। धर्मसभा का संचालन काली प्रसाद सिंह एडवोकेट एवं धन्यवाद ज्ञापन डा. नीलेश श्रीवास्तव ने किया।

मातृ सम्मेलन का भी हुआ आयोजन
जौनपुर। जन्मोत्सव के मौके पर मातृ सम्मेलन का भी आयोजन किया गया था जिसमें माताओं ने श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी की विचारधारा में मातृ शक्ति का क्या महत्व है इस पर व्यापक प्रकाश डाला और यह बताया कि व्यक्ति निर्माण में माताओ का उल्लेखनीय योगदान रहा है जो व्यक्ति बड़ा बना है उसमें माताओं का विशेष योगदान रहा है। मातृ सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहीं नगर पालिका परिषद की चेयरमैन श्रीमती माया टंडन ने ठाकुर जी की दिव्य भावधारा पर प्रकाश डाला। डा. पंखुड़ी श्रीवास्तव ने सभी का आभार प्रकट किया।