जौनपुर: शोध के समय रूचि का भी रखें ध्यान | #AAPKIUMMID
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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सामाजिक विज्ञान के शोधार्थियों के लिए चल रही शोध प्रविधियां विषयक कार्यशाला में दूसरे दिन शोध के विभिन्न विषय पर विशेषज्ञों ने चर्चा की। उक्त कार्यशाला भारतीय सामाजिक अनुसंधान परिषद मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित की गई है।
प्रथम सत्र में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के पूर्व प्रोफेसर आरएस सिंह ने शोध समस्या के चयन की बारीकियों को बताया। उन्होंने कहा कि शोध का विषय चयन करते समय शोधार्थी अपनी रूचि को ध्यान में रखें। उन्होंने कहा कि सामाजिक विज्ञान में शोध वैज्ञानिक पद्धति के अनुरूप किया जाता है। इसके साथ ही समस्या के अध्ययन के अतिरिक्त सिद्धांत भी निर्मित किये जाते है।
द्वितीय सत्र में मानव संसाधन विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अविनाश पाथर्डीकर ने शोध की प्रविधियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने तथ्य संकलन के लिए प्रयुक्त की जाने वाली प्रश्नावली निर्माण की तकनीकी से शोधार्थियों को परिचित कराया। कार्यशाला के संयोजक अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. अजय द्विवेदी ने आभार व्यक्त किया। संचालन डॉ. मनोज कुमार पांडेय ने किया।
प्रथम सत्र में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के पूर्व प्रोफेसर आरएस सिंह ने शोध समस्या के चयन की बारीकियों को बताया। उन्होंने कहा कि शोध का विषय चयन करते समय शोधार्थी अपनी रूचि को ध्यान में रखें। उन्होंने कहा कि सामाजिक विज्ञान में शोध वैज्ञानिक पद्धति के अनुरूप किया जाता है। इसके साथ ही समस्या के अध्ययन के अतिरिक्त सिद्धांत भी निर्मित किये जाते है।
द्वितीय सत्र में मानव संसाधन विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अविनाश पाथर्डीकर ने शोध की प्रविधियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने तथ्य संकलन के लिए प्रयुक्त की जाने वाली प्रश्नावली निर्माण की तकनीकी से शोधार्थियों को परिचित कराया। कार्यशाला के संयोजक अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. अजय द्विवेदी ने आभार व्यक्त किया। संचालन डॉ. मनोज कुमार पांडेय ने किया।