जौनपुर। महराजगंज ब्लाक के कई गांवों में आशा की तैनाती होना बाकी है जिसको लेकर आशा फार्म लेकर दर-दर भटक रही हैं। बता दें कि सरकार ने प्रति 1 हजार की आबादी पर एक आशा की नियुक्ति की है जिसमें कुछ आशा काम छोड़ दीं तो कुछ दूसरे विभाग में काम करने लगीं। कुछ जगह की आशा तो आशा संगिनी हो गयीं। ऐसी जगहों पर दूसरी आशा की तैनाती करनी है।
आशा की तैनाती ग्रामसभा की कमेटी तय करके प्रस्तावित कर स्वास्थ्य विभाग को देती है। स्वास्थ्य विभाग उस चयन पर सहमति करवाकर उनसे कार्य करवाता है। ऐसा ही एक मामला बसहरा कला गांव का है जिसमें कोवा भी सम्मिलित है। वहां एक आशा की तैनाती होनी है जिसके लिये कई महिलाएं फार्म महराजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जमा की हैं।
उसी गांव की एक असहाय पढ़ी-लिखी महिला ग्राम प्रधान से लेकर महराजगंज अस्पताल तक चक्कर लगाते थक गयी है। उसकी सुनने वाला कोई नहीं है। इस बाबत पूछे जाने पर ग्राम प्रधान का कहना है कि एक आशा की तैनाती होनी है लेकिन उस पर कई महिलाओं का फार्म जमा है।
वहीं असहाय महिला का कहना है कि मेरे फार्म को न प्रधान जमा करवा रहे हैं और न ही महराजगंज अस्पताल के अधीक्षक। यह एक प्रकार का अन्याय हो रहा है। उक्त महिला ने सम्बन्धित विभाग से फार्म जमा कराने व वरीयता के आधार पर आशा के पद पर नियुक्ति कराने की मांग किया है।




DOWNLOAD APP