जौनपुर। तिलकधारी महाविद्यालय के पूर्व छात्र सुशील कुमार के अंकपत्र फाड़ने का मामले तूल पकड़ लिया है। आरोप है कि छात्र अपने अंकपत्र में सुधार करवाकर महाविद्यालय में प्राचार्य के पास हस्ताक्षर करवाने के​ लिए गया था। प्राचार्य के कक्ष में नहीं होने पर वह संगीत विभाग में अध्यापक से मिलने हेतु गया। गश्त पर निकले प्राचार्य ने उससे अंकपत्र मांगकर उसके अंकपत्र को फाड़ दिया और उसको महाविद्यालय परिसर से भगा दिया।
भाजयुमो जिलाध्यक्ष दिव्यांशु सिंह का कहना है कि उक्त मामला भाजयुमो के संज्ञान में आने पर उन्होंने न्याय के लिए थाने में इसकी गुहार लगाई लेकिन वहां मामले को यह कहकर दबा दिया गया कि छात्र को अंकपत्र दोबारा बनवाकर दे दिया जाएगा। चौकी प्रभारी का रवैया भाजयुमो के जिलाध्यक्ष के प्रति अच्छा नहीं रहा। इस रवैये से संगठन में आक्रोश व्याप्त है। जिसे लेकर 18 जनवरी को भाजयुमो कार्यकर्ता आंदोलन करेंगे।

दिव्यांशु सिंह ने बताया कि दलित वर्ग का छात्र होने के कारण उसका उत्पीड़न महाविद्यालय और पुलिस प्रसाशन द्वारा किया जा रहा है। पुलिस और महाविद्यालय प्रसाशन की मिलीभगत से छात्र को न्याय नहीं मिल रहा।
भाजयुमो उपाध्यक्ष अभिनव सिंह ने कहा कि न्याय न होने की दशा में संगठन आंदोलन के लिए बाध्य है। भाजयुमो महामंत्री विकास ओझा ने कहा कि छात्र को न्याय दिलाने के लिए संगठन तत्पर है। भाजयुमो जिला मंत्री सचिन सिंह ने कहा कि इस तरह से जातिगत आधार पर उत्पीड़न कर प्रशासन सरकार की छवि को खराब कर रही है। किसी भी दशा में यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। छात्र को न्याय दिलाने के लिए भाजयुमो ने जन आंदोलन करने का निर्णय लिया है।
इस मौके पर विशाल सिंह अजय यादव, उद्देश्य सिंह, राजदीप सिंह, रमेश, सिद्धार्थ विक्रम, अभिषेक त्रिपाठी, कौतुक उपाध्याय, अवकाश सिंह आदि मौजूद रहे।




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