जौनपुर। बदलापुर थाने की पुलिस ने बरौली गांव निवासी राजेश पाल की हत्या का खुलासा करते हुए दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया। जबकि हत्या में शामिल दो आरोपियों की पुलिस को अभी तलाश है। पुलिस के मुताबिक राजेश की हत्या प्रेम प्रपंच के चक्कर में हुई थी।
पुलिस की माने तो बरौली गांव निवासी मृतक राजेश पाल का संबंध सरोखनपुर गांव निवासी संतोष खरवार से था। किसी बात को लेकर पत्नी से अनबन होने पर संतोष ने उसे मायके कानपुर भेज दिया था। दो जनवरी की रात संतोष की पत्नी अपने फुफेरे भाई सौरभ के साथ कानपुर से वरुणा एक्स्प्रेस ट्रेन से बदलापुर आ रही थी। इसकी जानकारी होने पर संतोष ने मुंबई में रह रहे अपने साले रवि को फोनकर कहा कि वह उसे घर में नहीं रखेगा सौरभ से बोलें कि उसे लेकर वापस चला जाए।

संतोष की इस बात से उसके साले रवि को इस बात की चिंता हुई कि उसका बहन रात में दस बजे स्टेशन पहुंचेगी तो कहां जाएगी। रवि का राजेश पाल से भी घर आते जाते अच्छा संबंध था। इस नाते उसने राजेश पाल को फोन कर कहा कि वह स्टेशन से सौरभ और उसकी बहन को साथ लिवाकर अपने घर चला जाए।
इधर संतोष अपने कुछ साथियों के साथ स्टेशन पहुंच गया। वे ट्रेन आने का इंतजार ही कर रहे थे तभी राजेश पाल भी स्टेशन पहुंच गया। इससे संतोष को पत्नी से संबंध होने का शक और गहरा हो गया। उसने अपने साथियों के साथ राजेश पाल की जमकर पिटाई कर दी। पिटाई से घायल राजेश ने फोन पर इसकी सूचना संतोष की पत्नी के साथ आ रहे उसके फुफेरे भाई सौरभ को दी। सौरभ इस बात से डर गया कि वह स्टेशन पर उतरेगा तो उसे भी लोग पीट सकते हैं। इस भय से वह भलुआही रेलवे क्रासिंग पर ही चेन पुलिंग कर उतर गया।
इधर इंतजार में खड़े संतोष ने अपने साथी प्रवेश यादव के साथ पत्नी को घर भेज दिया और सौरभ व अपने साथी शिवकुमार को लेकर सुल्तानपुर जिले के करौदी थाना क्षेत्र के पहाड़पुर चला गया और वहां से अगले दिन घर आ गया। इधर पिटाई से गंभीर रूप से घायल राजेश पाल की बीएचयू में उपचार के दौरान नौ जनवरी की शाम को मौत हो गई। मृतक के भाई की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज कर छानबीन कर रही पुलिस ने रविवार को सरोखनपुर  गांव के पास से संतोष खरवार, प्रवेश यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।





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