• काशी से साधा उत्तर भारतीय मतों का गणित
  • अमरजीत मिश्र के साथ किया काशी दर्शन

वाराणसी। सीएम बनने के बाद पहली बार काशी पहुंचे देवेन्द्र फडणवीस ने बाबा विश्वनाथ के दरबार में मत्था टेका, गलियों में घूमे, संकटमोचन हनुमान का दर्शन किया, गंगाजी में नौका विहार कर घाटों का इतिहास जाना, चौड़ी सड़कों पर कार से घूमकर बनारस के विकास का जायजा लिया और देर शाम कबीर चौरा के सरोजा पैलेस सभागृह में संपन्न मराठी समाज के समारोह में शिरकत किया। वहां से भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में शमिल होने के लिए दिल्ली चले गये। गुरुवार की देर रात दिल्ली जाने से पहले श्री फडणवीस ने अपने 8 घंटे की काशी यात्रा से कई निशाने साधे।

उन्होंने मुंबई से 1600 किलोमीटर दूर से उत्तर भारतीय व मराठी माणूस को एक साथ साधने का 'मास्टर स्ट्रोक' मारा है। फडणवीस की यात्रा को संदेश परक बनाने के लिए उनके नजदीकी समझे जाने वाले प्रदेश भाजपा के महासचिव व महाराष्ट्र सरकार में राज्यमंत्री के ओहदे से नवांजे गये अमरजीत मिश्र दो दिनों से काशी में डेरा डाले हुए थे। उन्होंने काशी के प्रबुद्ध लोगों से संवाद साधकर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की उपलब्धियां गिनाई और फडणवीस के प्रशासनिक व राजनीतिक सूझबूझ की जानकारी दी। यूपी व महाराष्ट्र सरकार के बीच 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' योजना के तहत सांस्कृतिक आदान प्रदान के लिए हुए अनुबंध के अंतर्गत हो रहे 'गीत रामायण' के इस समारोह को सफल बनाने के लिए फिल्मसिटी के उपाध्यक्ष अमरजीत मिश्र ने बनारस की बस्तियों में छोटी छोटी कई बैठकें भी लीं।
श्री फडणवीस की काशी यात्रा को शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे के प्रस्तावित काशी यात्रा के जवाब के रुप में भी देखा जा रहा है। उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के विकास की जानकारी ली और इसके लिए योगी सरकार की सार्वजनिक तौर पर प्रशंसा कर हिंदू धर्मावलंबियों को भी आश्वस्त किया कि इस दिशा में काम हो रहा है। फडणवीस 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी के प्रचार के लिए वाराणसी आये थे। 2014 से 2019 में वाराणसी के आधारभूत सुविधाओं में हुए जबर्दस्त विकास का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देना वे नहीं भूले।
महादेव का दर्शन कर लौटने के बाद पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर भी नंपे तुले शब्दों मे ही दिया।  महागठबंधन से होने वाले राजनीतिक नफे नुक्सान की चर्चा न कर उन्होंने मोदी-योगी के विकास की ही चर्चा की। उन्होंने उत्तरप्रदेश के संस्कृति राज्यमंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी को कई सुझाव भी दिये। पूरी यात्रा के दौरान अपने साथ अमरजीत मिश्र को रखकर उनके बढते राजनीतिक कद का भी संकेत दिया। यूपी में मराठियों के कार्यक्रम मे आये महाराष्ट्र के सीएम फडणवीस ने 24 जनवरी को मुंबई में होने वाले अभियान के उत्तरप्रदेश दिवस समारोह में आने की दावत देकर लोगों का मन भी मोहने की कोशिश की।

फडणवीस के सामने योगी ने अमरजीत मिश्र की प्रशंसा की और शॉल ओढ़ाकर किया सम्मान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को काशी आये यूपी के राज्यपाल राम नाईक व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस का औपचारिक स्वागत किया। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र में राज्यमंत्री दर्जा पाये फिल्मसिटी के उपाध्यक्ष अमरजीत मिश्र के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उनका शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। सीएम फडणवीस की ओर मुखातिब होकर कहा कि अमरजीत महाराष्ट्र में उत्तर भारतियों के नेता तो हैं ही, लेकिन साथ ही मराठी व उत्तर भारतीय संस्कृति के बीच की एक जबर्दस्त कड़ी भी हैं।

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