महापर्व मकर संक्रांति (खिचड़ी): जानिए मुहूर्त | #AAPKIUMMID
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पं. मनोज कुमार त्रिपाठी
मकर संक्रांति को भारतीय सभ्यता में एक शुभ चरण की शुरूआत माना जाता है। इसे भगवान भाष्कर का त्योहार कहा जाता है। मकर संक्रांति का त्योहार हर वर्ष 14 जनवरी को लोहड़ी के एक दिन बाद मनाया जाता है। चूंकि 14 जनवरी 2019 सोमवार को रात्रि में 2:42 पर भगवान भास्कर धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसलिए वर्ष 2019 में यह 15 जनवरी 2019 दिन मंगलवार को पड़ रही है।
कुछ मित्रों को आशंका है कि मंगलवार के दिन पढ़ने वाली संक्रांति पर खिचड़ी भोज निषेध है। ऐसा नहीं है केवल अरहर की दाल की जब खिचड़ी बनी हो तो उसका मंगल और गुरुवार के दिन निषेध माना जाता है। जबकि मकर संक्रांति के महापर्व पर उड़द की दाल की खिचड़ी बनाई जाती है। जिसे किसी भी दिन ग्रहण किया जा सकता है। उसका कोई भी दोष नहीं है।
मकर संक्रांति को भारतीय सभ्यता में एक शुभ चरण की शुरूआत माना जाता है। इसे भगवान भाष्कर का त्योहार कहा जाता है। मकर संक्रांति का त्योहार हर वर्ष 14 जनवरी को लोहड़ी के एक दिन बाद मनाया जाता है। चूंकि 14 जनवरी 2019 सोमवार को रात्रि में 2:42 पर भगवान भास्कर धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसलिए वर्ष 2019 में यह 15 जनवरी 2019 दिन मंगलवार को पड़ रही है।
कुछ मित्रों को आशंका है कि मंगलवार के दिन पढ़ने वाली संक्रांति पर खिचड़ी भोज निषेध है। ऐसा नहीं है केवल अरहर की दाल की जब खिचड़ी बनी हो तो उसका मंगल और गुरुवार के दिन निषेध माना जाता है। जबकि मकर संक्रांति के महापर्व पर उड़द की दाल की खिचड़ी बनाई जाती है। जिसे किसी भी दिन ग्रहण किया जा सकता है। उसका कोई भी दोष नहीं है।
जय श्री सीताराम!
सत्य सनातन धर्म की जय!!
पं. मनोज कुमार त्रिपाठी