जौनपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमीक जामेई ने लोकसभा और राज्यसभा में सवर्ण आरक्षण बिल पास होने पर कहा कि ये केंद्र की मोदी सरकार का जनता के साथ केवल एक छलावा है क्योंकि संविधान में पहले ही आर्थिक, धर्म और जाति के आधार पर आरक्षण देने की इजाजत नहीं दी है और ऐसे में आर्थिक आधार पर सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का खेल सरकार ने खेला है।
उन्होंने कहा कि इस सामाजिक व शैक्षणिक रुप से पिछड़े हुए लोगों को आरक्षण मिल सकता है। 1989 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने भी सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए आरक्षण की पहल की थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी। सुप्रीम कोर्ट ने 49 प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण पर रोक लगा रखी है। केंद्र की नरसिम्हा राव सरकार ने भी सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने की बात कही थी जो सुप्रीम कोर्ट में खारिज हो गया। 2014 के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में सामान्य वर्ग के गरीब लोगों को दूर करने के लिए आरक्षण में जगह देने की बात कही थी बावजूद इसके सुप्रीम कोर्ट में पहुंचता है जहां पर सभी पर रोक लगा दी जाती है। ऐसे में एक बार पुन: केंद्र की मोदी सरकार जो 10 प्रतिशत आरक्षण का खेल कर रही है वह सुप्रीम कोर्ट में जाकर धराशायी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने साजिश के तहत सवर्णों को मूर्ख बनाने का काम किया है जिसका फैसला आने वाले चुनाव में हो जाएगा।
नगर के राजा साहब फाटक के पास स्थित जायका रेस्टोरेंट में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि तीन राज्यों के चुनाव में भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकने का काम जो जनता ने किया है उससे केंद्र की मोदी सरकार डरी हुई है और खास करके एससी, एसटी एक्ट बिल संशोधन पास कराके मोदी सरकार ने सवर्ण लोगों को नाराज किया। उसकी काट के तौर पर आरक्षण का बिल जल्दबाजी में लाया गया और उसे पास कराया गया। राममंदिर व बाबरी मस्जिद विवाद पर उन्होंने कहा कि यह मामला सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है और उसकी सुनवाई के लिए नईबेंच का गठन भी हो गया है और हम सबको यह उम्मीद है कि उच्च न्यायालय सभी पक्षों को सुनने के बाद जो भी फैसला देगी हम सब उसे मानेंगे लेकिन भाजपा इस पर कितना अमल करेगी यह तो आने वाला समय ही बतायेगा क्योंकि जब जब चुनाव आता है तो अयोध्या में उन्हें राममंदिर की याद आ जाती है और जनता को बरगलाने का काम भाजपा करती है। मंदिर मस्जिद का विवाद का मामला 100 साल से ज्यादा बीत चुका है और सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा ने साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का काम किया है। ऐसे में हम सबको सतर्क रहने की जरुरत है। आरएसएस और भाजपा के चलते देश को नुकसान पहुंचा है और उनके इस मुहिम को जनता अब समझ चुकी है।
12 साल पुराने एक मामले में इलाहाबाद में स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट द्वारा सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान को न्यायिक हिरासत में लिये जाने पर उन्होंने कहा कि यह सब केंद्र की भाजपा सरकार के इशारे पर किया जा रहा है। ओवैशी जैसे लोगों को भाजपा और आरएसएस के लोग भीतर से समर्थन कर रहे है जिससे कि वे देश को तोड़ने में सफल रहे जबकि आजम खान को समाज के सभी धर्म के लोग अपना नेता मानते है। यही आरएसएस को नागवार गुजरता है और ओवैशी को साजिश के तहत भीतर से समर्थन कर रहे है और आजम खान को कमजोर करने में जुटे है।
सपा-बसपा गठबंधन पर उन्होंने कहा कि जब से यह गठबंधन बना है। मोदी जी की सरकार ने सीबीआई को उनके पीछे लगा दिया। सीबीआई का अस्तित्व जिस प्रकाश देश में गिरा है वो चिंता का विषय है। पहले भी सीबीआई का दुरुपयोग होता रहा है पर इस सरकार में सीबीआई के दुरुपयोग की प्रकाष्ठा पार कर दिया है। इसके लिए केंद्र की मोदी सरकार जिम्मेदार है। कांग्रेस के गठबंधन पर उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह बात साफ हो जाएगी कि हमारे विचारधारा के साथ कौन लोग मौजूद है। फिलहाल देश के संविधान को बचाने के लिए भाजपा सरकार को रोकना हमारा पहला लक्ष्य है और इसी कड़ी में सपा-बसपा का गठबंधन तय हो चुका है और चुनाव बाद जैसी स्थिति होगी उस स्थिति में भाजपा सरकार को दूर रखने के लिए कांग्रेस के साथ हमारी पार्टी खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा कि यूपी-बिहार पश्चिम बंगाल यहां पर क्षेत्रीय पार्टियों का दबदबा रहा है, ऐसे में उनकी विचारधारा के साथ मिलकर हम लोग 2019 के चुनाव में जनता के बीच में जा रहे है और भाजपा को हराने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।





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