जौनपुर। न्यायालय की रोक के बाद भी खुलेआम चाइनीज मांझा बिक रहा है। शहर से लेकर ग्रामीणांचल इलाके में चाइनीज मांझा बिक रहा है। उन्हें न तो प्रशासन का भय है और न ही डर। प्रशासन और दुकानदारों की मिलीभगत से मौत का मांझा लोगों पर भारी पड़ रहा है। मकरसंक्रांति त्यौहार नजदीक आते ही मांझे की बिक्री बढ़ गई है। इसके साथ कई लोग चाइनीज मांझा से घायल भी चुके हैं। प्रशासन ने किसी भी दुकानदार के खिलाफ अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं किया है।
बताते चले कि चाइनीज मांझा की चपेट में आने से कोतवाली क्षेत्र के शास्त्री पुल पर जाते समय अधिवक्ता रवि सिन्हा एवं भुवन कुछ दिनों ​पहले घायल हो गए थे। पिछले वर्ष 15 सितंबर की शाम को कोतवाली क्षेत्र के कालीकुत्ती मोड़ के पास उमरपुर निवासी उत्तम दूबे की चाइनीज मांझा की चपेट में आने से मौत हो गई थी। उत्तम की मौत के बाद पूरा परिवार सदमे से अभी तक उबर नहीं पाया है। शहर के नखास, ताड़तला, नवाब युसुफ रोड, सिपाह, पुरानी बाजार, ओलन्दगंज, चहारसू, शाही किला, लाइन बाजार, रूहट्टा आदि इलाकों में चाइनीज मांझे की दुकानें सज गई है।
सरकार द्वारा पर्यावरणीय नुकसान व चाइनीज मांझा से हो रही दुर्घटनाओं के दृष्टिगत चाइनीज मांझे के उत्पादन व बिक्री पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बावजूद केराकत तहसील के चंदवक, बजरंगनगर, कोइलारी, खुज्झी, पतरही, बीरीबारी, कृष्णा नगर, मारिकपुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी चाइनीज मांझे की बिक्री खूब धड़ल्ले से की जा रही हैं। जिम्मेदार अधिकारी बेखर बने हुए हैं। इसके अलावा जिले के सभी तहसीलों में चाइनीज मांझा की बिक्री खुलेआम हो रही है।




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