जौनपुर। जिले के गौराबादशाहपुर क्षेत्र के सरसौड़ा गांव में पहुंचे मॉरीशस पुलिस में निरीक्षक पद पर कार्यरत राम सिंह करिया जब अपने पुस्तैनी आवास पर पहुंचे तो ग्राम प्रधान लाल बिहारी सिंह के नेतृत्व में उनके परिजनों और ग्रामीणों ने बैंडबाजे के साथ उनका स्वागत किया। गांव के मुख्य मार्ग को गुब्बारों से सजाया गया था। वह अपनी पत्नी प्रेमिता 44 सेलटेक्स निरीक्षक और अपने दो पुत्र किरतेश सिंह करिया 20 वर्ष व वीर सिंह करिया 14 वर्ष के साथ मंगलवार को अपने पैतृक गांव पहुंचे।
पत्रकारों से बातचीत में राम सिंह करिया ने बताया कि वर्ष 1909 में मेरे पिता बृजमोहन करिया को अंग्रेजों ने प्रलोभन दिया कि मॉरीशस में पटर उठाने के बाद जमीन से सोना मिलता है। 18 वर्ष में सोने की चाह मेरे पिता को वहां खीच ले गयी। वर्ष 1909 में बन्धुरा नामक पानी की जहाज से मेरे पिता मॉरीशस पहुंचे और पुनः वहां से वापसी नहीं होने पर उन्होंने वही परिवार बसा लिया। तब से हम लोग वहीं रहने लगे।
जब मेरे मन में अपने पैतृक भूमि को देखने की आस उठी तो मैंने मॉरीशस स्थित गिरमिटिया में जाकर पूछताछ किया। इसके बाद महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट में कार्यरत अपने मित्र जगरनाथ से अपने परिजनों के बारे में पूछताछ की। तब मुझे जौनपुर जिले के सरसौड़ा गांव का पता चला। फेसबुक सोशल मीडिया के माध्यम से गौराबादशाहपुर के राजबहादुर से अपने पैतृक भूमि के बारे में जानकारी प्राप्त किया और आज यहां पहुंच सका। राम सिंह करिया ने अपने पैतृक आवास को देखा। साथ ही अपने कुलदेवता की परिजनों के साथ दर्शन किया। सरसौड़ा गांव में अपने परिजन  दिनेश कुमार से मिलकर ख़ुशी का इजहार किया। इस अवसर पर रमाकांत सिंह, नरेंद्र सिंह, मंगला यादव आदि मौजूद रहे।




DOWNLOAD APP