जौनपुर। आगरा में संजलि नाम की दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली 15 वर्षिय छात्रा को 18 दिसम्बर को स्कूल से घर लौटते वक्त दो बाइक सवार बदमाशों ने पेट्रोल डालकर आग लगा दिया था। 75 प्रतिशत जल चुकी संजलि नाम की छात्रा को अस्पताल पहुँचाया गया। मगर घटना के 36 घण्टे बाद ही वह ज़िंदगी की ज़ंग हार गईं।
मरने से पहले दलित छात्रा संजलि के वे आखिरी शब्द - मां...मुझे नहीं पता, मुझे किसने जलाया है, शायद बच न पाऊं, अगर बच गई और पता चल गया कि मुझे किसने जलाया, तो उसे छोड़ूगी नहीं। उसने मां को कसम दी कि अगर बच न पाऊं, तो तुम मेरे हत्यारों को छोड़ना नहीं। छात्रा संजलि को जिन्दा जला देने की घटना व अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी न होना उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रही है, आगरा की बेटी की मौत के मामले में लोगों में खासा गुस्सा है।

आरोपी को फांसी देने की मांग व संजलि के साथ घटी घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर मुफ्तीगंज बाजार में लोगों ने नैपुरा चौराहे से लेकर बाबा साहब भीमरांव अम्बेडकर की प्रतिमा तक कैंडल मार्च निकाला और संजलि को श्रद्धांजलि दी। कैंडल मार्च में शामिल लोग आगरा की बेटी के हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा देने की गुहार सरकार से लगायें।
लोगों ने कहा कि इस तरह की घटना काफी दुखद है। आये दिन महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। ऐसी घटना से महिला शक्ति को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। लोगों ने आरोपी को फांसी देने की मांग की। साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार से मांग किया की आगे इस तरह की घटना ना हो इसके लिए कानून व्यवस्था दूरस्त की जाय इस घटना से आगरा की बेटी ने ही नही, उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था ने भी दम तोड़ा है।
उक्त कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विकास तिवारी एडवोकेट, भीम यादव, समाचार पत्र विक्रेता संघ के अध्यक्ष बीरबल, सचिन यादव, रवि प्रकाश, अजय मौर्या, गोरख, एकरार अहमद, ईशान वर्मा, विरेन्द्र यादव, अजीत नागर, धर्मेन्द्र, राकेश कुमार, पंकज, राकेश कुमार पप्पू, खरभान नागर आदि उपस्थित रहे।




DOWNLOAD APP