आलोक शर्मा को बचपन से ही अभिनय का शौक था किंतु बचपन में वो माहौल नहीं मिल पाया और ये थोड़े शर्मीले भी थे। बिहार के नवादा में जन्मे तथा धनबाद में पले-बढ़े आलोक शर्मा पिछले कई सालों से एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में संघर्ष कर रहे थे। आलोक के पिता का नाम मुरारी शर्मा तथा माता का नाम दुर्गा देवी है। आलोक की प्रारंभिक शिक्षा-दिक्षा धनबाद में ही हुई है। लेकिन बाद में इन्होने कुछ वर्षों तक बैंगलोर में रह कर नौकरी किया। साथ ही साथ थिएटर भी करते थे।
आलोक ने बताया कि जब मैं थिएटर ज्वाइन किया तो हमारे अंदर की अभिनय बाहर आने लगा और समझ में आने लगा कि यही वह जगह है जहां मुझे पहुंचना है। लगभग तीन साल थिएटर में अभिनय की बारीकियां सीखा। तत्पश्चात ऐसी परिस्थिति आयी की वापस रांची आकर रिजनिंग फैकल्टी के तौर पर सचदेवा कॉलेज में पढ़ाने लगा। इस दौरान जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव आए किंतु मैंने एक्टिंग का सफर नहीं छोड़ा। बीच-बीच में ऑडिशन देने के लिए मुंबई आता रहता था। साथ ही कुछ शॉर्ट मूवीज़ में भी काम किया इस दौरान कुछ धोखेबाज़ भी मिले जिन्होंने हमारे साथ छल की। उनके झांसे में आकर अपना समय और पैसा भी बर्बाद किया। चुकी अभिनय का जूनून था इसलिए इन सब के बावजूद अपना प्रैक्टिस ज़ारी रखा। मेरे निजी जिंदगी में भी हमारे खास रिश्ते थे उन्होंने भी साथ छोड़ दिया।
इसके बाद मैं अंदर तक टूट चुका था लेकिन मैंने ऐक्टर बनने का सपना नहीं छोड़ा। जिंदगी के उतार-चढ़ाव के बावजूद मैं अपने पथ से भ्रमित नहीं हुआ। अंततः मुंबई की प्रोडक्शन हाउस 'स्वस्तिक प्रोडक्शन' के तहत चल रही सीरियल राधाकृष्ण के लिए मेरा सेलेक्शन हो गया। यह सीरियल स्टार भारत पर रात 9:00 बजे प्रसारित होती है। राधाकृष्ण के साथ साथ इसी प्रोडक्शन के तहत चल रहे सीरियल चंद्रगुप्त मौर्य मे भी मैं काम कर रहा हूँ जो सोनी एंटरटेनमेंट पर प्रसारित होती है।
मुझे बहुत खुशी है कि मैं कला को जी रहा हूं अंत में मैं मेरे जैसे नए कलाकारों को आगाह करना चाहूँगा की कभी किसी के झांसे में न आएं और अच्छे लोगो की पहचान कर उनके साथ काम करें।




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