• योगी सरकार को उखाड़कर अपमान का बदला लेंगे वित्तविहीन शिक्षक: उमेश द्विवेदी
  • एकजुट संघर्ष से ही मिलेगा मानदेय: संजय मिश्र
  • मुख्यमंत्री निन्दा यात्रा का जिले में हुआ जोरदार स्वागत, टीडी इंटर कालेज में सभा कर सौंपा ज्ञापन

जौनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शिक्षक दिवस के दिन वित्तविहीन शिक्षकों को अयोग्य कहने व महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रेनू मिश्रा के केशदान पर अपशब्द कहने व बंद मानदेय को दिलाने के लिए माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के बैनर तले चलाये जा रहे प्रदेशव्यापी मुख्यमंत्री निंदा यात्रा का जोरदार स्वागत किया।
टीडी इंटर कालेज में सभा कर प्रदेश सरकार केेे खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर भड़ास निकाली। अपनी मांगों की मांग को लेकर वित्तविहीन शिक्षकों ने ज्ञापन सौंपा। सभा को सम्बोधित करते हुए शिक्षक महासभा के प्रदेश अध्यक्ष व शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी ने कहा कि योगी सरकार शिक्षक विरोधी सरकार है। हालत यह है कि पूरे प्रदेश में शिक्षकों का उत्पीड़न किया जा रहा है। रोजी पाकर भी रोटी के लिए वित्तविहीन शिक्षक मोहताज है।
स्थिति यह है कि इनके परिजनों के आगे भूखमरी की समस्या खड़ी है लेकिन सरकार हठवादी रवैया अपनाये हुए है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने वित्तविहीन शिक्षकों को अल्प मानदेय दिया था, जिसे भाजपा सरकार ने अपने संकल्प पत्र में किए गए वादे से मुकर कर मानदेय बंद कर दिया। सरकार के इस निर्णय से वित्त विहीन शिक्षकों में आक्रोश है। सरकार की ओर से शिक्षकों के मानदेय का शीघ्र भुगतान नहीं किया गया तो आगामी चुनाव में सरकार को इसका दुष्परिणाम उठाना पड़ेगा।

प्रधानाचार्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष व शिक्षक विधायक संजय मिश्र ने कहा कि यह सरकार वित्तविहीन शिक्षकों को यदि समान कार्य समान वेतन के तहत कार्रवाई नहीं करती संगठन इन्हें कुर्सी से हटाने का काम शिक्षक समाज करेगा। उन्होंने कहा कि 15 प्रतिशत राजकीय एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षक ही शिक्षा देने का काम करते हैं। जबकि 85 प्रतिशत शिक्षक वित्तविहीन विद्यालयों के छात्रों को शिक्षित करने के काम में जुटे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि 29 दिसम्बर को वाराणसी में पीएमओ कार्यालय व नौ जनवरी को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देने के लिए देश व प्रदेश भर के शिक्षक भाग लेंगे। महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रेनू मिश्रा ने वर्तमान सरकार में शिक्षकों के साथ-साथ महिलाओं का कोई सम्मान नहीं हैं। महिला का आभूषण उसका केश होता है लेकिन सरकार के रवैये से आजिज आकर मुझे सरकार के खिलाफ मुंडन कराना पड़ा।
सरकार पर जमकर भड़ास निकालते हुए कहा कि पिछली सरकार द्वारा दिया जाने वाला मानदेय बंद कर इस सरकार ने यह सिद्ध कर दिया कि शिक्षकों के सुख-दुख से इसका कोई सरोकार नहीं है। प्रांतीय प्रधान महासचिव अशोक राठौड़ ने चेतावनी दी कि उनकी मांगों को स्वीकार नहीं किया गया तो वह आगामी विधानसभा चुनाव में सत्तारुढ़ दल के प्रत्याशियों को पराजित करने के लिए काम करेंगी। सरकार मानदेय नहीं देती है तो आगामी चुनाव में शिक्षक भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेंगे। अंत में मानदेय को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीआईओएस प्रतिनिधि सह जिला विद्यालय निरीक्षक मंजूलता वर्मा को सौंपा गया। प्रधानाचार्य महासभा के प्रांतीय प्रधान महासचिव अखिलेश सिंह ने अतिथियों को स्मृति-चिन्ह व साफा पहनाकर स्वागत किया।
वक्ताओं में कानपुर प्रभारी रमाशंकर मिश्रा, वाराणसी प्रभारी ऋतिका दुबे, कृष्ण मोहन यादव, जिलाध्यक्ष राजेश मिश्रा, नन्हकऊ गुप्ता, प्रकाशचंद पाल, अमित दुबे, कविता सिंह, सुनीता पाल, प्रतापगढ़ के जिलाध्यक्ष, गौरव शुक्ला, गंगा प्रसाद पांडेय आदि प्रमुख रहे। अध्यक्षता टीडी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य वीरेन्द्र प्रताप सिंह ने किया। संचालन जिला महामंत्री शरद सिंह व आभार वाराणसी-मिर्जापुर प्रभारी फौजदार सिंह अखिलेश ने ज्ञापित किया।
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष श्यामधर मिश्र, विकास सिंह, जय प्रकाश यादव, चंदन जायसवाल, मनोज सिंह, चंद्र प्रकाश मिश्र, विनोद राय, शशिशेखर मिश्रा, विष्णु प्रताप सिंह, सुनील शुक्ला, अजय श्रीवास्तव, मनोज पटेल, आनंद त्रिपाठी, रोहित दुबे, शेषनाथ मिश्र सहित भारी संख्या में शिक्षक, प्रधानाचार्य व प्रबंधकों ने जगह-जगह जोरदार स्वागत किया।




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