जौनपुर। स्कूल न जाने वाले प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के क्रम में सिकरारा ब्लाक में तीन शिक्षक शुक्रवार को मौजूद नहीं पाए गए। बीईओ की रिपोर्ट पर बीएसए ने तीन शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। एक शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। बीएसए की कार्रवाई से शिक्षकों की बेचैनी बढ़ गई है। अ‌भी तक डेढ़ सौ से अधिक शिक्षक निलंबित हो चुके हैं।
सिकरारा के सीहीपुर गांव के ग्रामीणों ने डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी से शिकायत किया कि गांव में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कोई भी शिक्षक समय से स्कूल नहीं आता है। इससे बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है। डीएम ने बीएसए को जांच कराकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बीएसए के निर्देश पर सिकरारा ब्लाक के बीईओ राजीव यादव ने शुक्रवार को उक्त विद्यालय का चेकिंग किया। इस दौरान प्रधानाध्यापक अमरावती पाल, सहायक इंदू दास व मधुलिका श्रीवास्तव स्कूल से गायब मिले। बीईओ ने उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण किया तो इस दौरान वहां मौजूद सहायक अध्यापक मंजू पांडेय ने तीन शिक्षकों के नाम से 28 दिसंबर की तिथि में आकस्मिक अवकाश का प्रा‌र्थना पत्र प्रस्तुत कर दिया। एक साथ तीन शिक्षकों के गायब रहने का प्रकरण संदिग्ध लगा तो बीईओ ने उक्त शिक्षकों के मोबाइल फोन पर बात करके जानकारी ली।
इसके बाद आकस्मिक अवकाश में तिथि गलत तरीके से अंकित करने का खुलासा हो गया। जिसे बेहद ही गंभीरता से लेते हुए बीएसए डा. राजेन्द्र सिंह ने प्रधानाध्यापक अमरावती पाल, सहायक इंदूदास व मधुलिका श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया। जबकि मंजू पांडेय के विरूद्ध प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।




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