हापुड़ से अज्ञात व्यक्ति ने सिकरारा पुलिस के व्हाट्सएप पर भेजे वीडियो से हुई जानकारी

सिकरारा, जौनपुर। क्षेत्र के रइया गुलजारगंज जयहिंद अग्रहरि उर्फ बबलू आठ साल बाद घर लौटा तो परिजन फूले नही समाये। जयहिंद बीते 15 अगस्त 2010 से गायब चल रहा था। परिजन ढूढते ढूढते थक गए थे कि अचानक सिकरारा पुलिस के पास हापुड़ के एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजे गए वीडियो से पहचान होने पर परिजनों की खुशियां लौट आई। जयहिन्द पांच भाइयों में सबसे बड़े हैं। घर के लोग फेरी लगाकर अपनी आजीविका चलाते थे पिता की मौत के जयहिन्द अपने बहनोई के साथ दिल्ली कमाने चला गया। अपने बहनोई के साथ 15 अगस्त 2010 को एक फैक्ट्री में नौकरी करने गया। वह अत्यंत सीधा और कम बुद्धि का था। फैक्ट्री से कही वह भटक गया। रास्ते में एक हापुड़ के ठेकेदार वीरपाल सिंह अपने मजदूरों के साथ उसे भी फुसलाकर साथ ले गया।

हापुड़ के जुगरोठी गांव में उसके भाई भगत सिंह जयहिन्द को खेतो में काम पर लगा दिया। वह घर आने की बात करता तो उसे इधर उधर की बात करके टाल जाते। उसी घर मे काम कर रहे एक अज्ञात व्यक्ति से जयहिन्द ने आपबीती सुनाते हुए अपना पता बताये तो उक्त व्यक्ति ने बीते 11 दिसम्बर की सुबह सिकरारा पुलिस के व्हाट्सएप नम्बर पर उक्त वीडियो वायरल कर दिया।

सिकरारा पुलिस रइया के प्रधान पुत्र मनीष स्वर्णकार को वीडियो दिखाया तो वे तुरंत पहचान गए और उनके परिजनों और दिल्ली के रिश्तेदार को सूचना दिए। सभी उक्त गांव पहुँचकर उसे साथ ले आये। रविवार को जयहिन्द घर पहुँचा और अपनों को देखकर फफक कर रो पड़ा। परिजन भी फूले नहीं समाये। पत्नी सरला 42 वर्ष, पुत्र जिगर 17 वर्ष, तीनों पुत्रियां रुचि 18 वर्ष, सुकृति 16 वर्ष, जया 13 वर्ष सभी के चेहरे की रौनक लौट आई।