जौनपुर: अपना अधिकार लेकर रहेगा निषाद समाज : संजय निषाद | AAP KI UMMID
मछुआ समाज को अनुसूचित जाति में शामिल न कराने को लेकर प्रदेश भर में निकाल रहे वादा खिलाफी रैली
सिकरारा, जौनपुर। कोई भी दल निषाद समाज के साथ अब ठगी नहीं कर पाएगा। निषाद समाज अपना पूरा अधिकार लेकर रहेगा और जब तक अधिकार नहीं मिल जाता निवर्तमान सरकार की हर एक रैली का विरोध करेगा। यह बातें निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल (निषाद पार्टी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने एससी आरक्षण जनाक्रोश यात्रा जाने के क्रम में रविवार को जौनपुर-गोरखपुर मार्ग पर स्थित सिकरारा क्षेत्र के खानापट्टी गांव में कही।
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने स्व. कांशीराम और बसपा सुप्रीमो मायावती के पूर्व में दिए बयान का समर्थन करते हुए कहा कि केंद्र में मजबूत नही मजबूर सरकार बननी चाहिए। मजबूत सरकारें शासन सत्ता के मद में तानाशाह हो जाती है। केंद्र की मोदी सरकार इसका जीता जागता उदाहरण है। उनकी तानाशाही से उनके गठबंधन से जुड़े साथियों को अपने अस्तित्व बचाने में लगे है। वे मछुआरा समाज को अनुसूचित जाति में शामिल कराने को लेकर प्रदेश भर में हुंकार यात्रा के दौरान पत्रकार वार्ता में व्यक्त किये।
पत्रकारों से बातचीत के दौरन उन्होंने कहा कि मजबूर सरकार बनने पर ब्लेकमेलिंग की राजनीति बढेंगी पर मजबूर सरकार जब छोटे छोटे दलों के समर्थन से बनेगी तो न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत सबके विकास पर काम करेगी। आज यूपी बिहार को छोड़कर अधिकांश प्रान्तों में मछुआरा समाज के लोग एससी आरक्षण के दायरे में हैं। केंद्र और प्रदेश की मोदी योगी की सरकार मछुआरा वर्ग के साथ वादा खिलाफी कर रही है। अपने इसी हक को पाने के लिए और समाज के लोगों को जागृत करने के लिए में प्रदेशभर में हुंकार रैली चल रही है।
उन्होंने कहा आगामी 26 दिसम्बर को गाजीपुर में पीएममोदी की रैली का मछुआरा समाज बायकाट करेगा ओमप्रकाश राजभर जी द्वारा भी उनकी रैली का बहिष्कार किया जा रहा है। इस दौरान जौनपुर क्षेत्र के निषाद पार्टी संगठन जिलाध्यक्ष राम चरित्तर के नेतृत्व में यहां उनका फूल माला से स्वागत किया गया। उक्त रैली को सिकरारा से बरईपार रोड शेरवां, देवीगंज सहित विभिन्न कई गांवों में भ्रमण करवाया गया।
इस मौके पर प्रांतीय अध्यक्ष रामभारत निषाद, पार्टी जिलाध्यक्ष अमर नाथ केवट, महासचिव संदीप निषाद, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अरविंद निषाद, रमेश राजकरण, डॉ. लालता, राम राज, जयप्रकाश, दीपक, विक्रम, सुरेन्द्र, राजेश, मालती, देवी, ओमवती आदि मौजूद रहे।