• मथुरा से बरसाना तक जारी है एमवीडीए के अधिकारियों की मनामनी

मथुरा। एमवीडीए के भ्रष्टाचार ने कान्हा की नगरी की सूरत बिगाड़ कर रख दी है। हालत यह है कि एमवीडीए पहले मानकों का उल्लंघन कर बन रही बिल्डिंगों को सीज करता है और फिर बिना समाधान के ही सीज बिल्डिंग में काम शुरू करा दिया जाता है। मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण पर जेई की कारगुजारी भारी पड रही है।
विभाग ने बिना मानचित्र के बन रहे भवन को सील कर दिया था। इसके बाद क्षेत्रीय जेई ने सांठ गांठ कर अनुमति मिलने से पहले ही काम शुरू करा दिया। कान्हा की नगरी ही नहीं राधारानी के धाम बरसाना तक एमवीडीए की कारगुजारी सामने आ रही है। सत्तो अग्रवाल पुत्र विशम्बर अग्रवाल ज्ञानी की दुकान के सामने बरसाना देहात स्वीटी सुपारी वालों का रंगीली महल के मेन गेट के सामने बरसाना देहात तथा नितिन अग्रवाल पुत्र ध्रुव अग्रवाल निवासी राडवेज बस स्टैंड के पास वीरेन्द्र इलैक्ट्रॉनिक्स के सामने बरसाना बन रही बिल्डिंग एमवीडीए के रिकार्ड में सीज हैं लेकिन मौके पर काम बदस्तूर जारी है।

मथुरा में शिंवराज सिंह पुत्र गौरीशंकर खसरा-493, मौजा औरंगाबाद मथुरा आगरा रोड द्वारा लागभगर 4.50 वर्ग मीटर में भूखण्ड पर 16 आरसीसी का निर्माणकार्य किया जा रहा है। एमवीडीए से निर्माण का मानचित्र स्वीकृत नहीं कराया गया है। बिना मानचित्र के निर्माण किए जाने की शिकायत पर 12 सितम्बर को एमवीडीए ने मौके पर पहुंच कर निर्माण कार्य को बंद कर दिया और एमवीडीए की सील लगा दी थी। विहित अधिकारी अजीत प्रताप सिंह के हस्ताक्षर की सील भी निर्माण स्थल पर चस्पा की गई थी। इसके बाद कुछ दिन तक काम बंद रहा।
शिवराज सिंह ने इस का तोड़ निकलाते हुए स्थानीय जेई को अपने साथ लिया और एमवीडीए की ओर से सील हटाये जाने से पहले ही अपनी तरफ से चस्पा नोटिस को हटा दिया और निर्माण कार्य शुरू कर दिया, हालांकि एमवीडीए ने अभी इस कार्य को प्रतिबंधित कर रखा है। जबकि मौके पर निर्माण कार्य जारी है। जब इस बारे में मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के क्षेत्रीय जेई राकेश कुमार महलोत्रा से बात की गई तो उन्होंने कहाकि इस बिल्डिंग का निर्माण प्रतिबंधित किया हुआ है।