जौनपुर। हजरत नबीये करीम के आमद का चाँद माहे रबीउल-अव्वल हो गया है। रसूल की आमद को लेकर जगह-जगह मिलादुन्नबी का जलसा मुनक्किद किया जा रहा है। लोग नबी की आमद को लेकर ख़ुशी से झूम रहे है और हर तरफ मरहबा आमदे रसूल की सदायें बुलंद हो रही है। इसी क्रम में नगर के मीरमस्त मोहल्ले में जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जलसा मुनक्किद किया गया। इस मौके पर उल्माए दीन और अंजुमनों ने शिरकत किया।

जलसे से खिताब करते हुए मौलाना कयामुद्दीन ने नबी के आमद पर रोशनी डालते हुए कहा की दुनिया में नबी की आमद इंसान के लिए मुसर्रत का पैगाम है। अल्लाह ने उन्हें पूरी दुनिया के लिए इसलिए रहमत बना कर भेजा कि वह इंसान को ईमान और अल्लाह की पहचान करा सकें। इसलिए उनकी आमद होते ही अरब की सरजमीं हरी भरी हो गई। बूत सजदे में गिर पड़े। आमिना का घर नबी के नूर से रोशन हो गया। शैतान पहाड़ों में मुँह छुपाने लगे। यही वजह है कि आज भी जश्ने आमदे रसूल पुरे अक़ीदत के साथ मनाया जाता है।
जलसे का आगाज हाफिज हसीन ने तिलावते कलामे पाक से किया। तक़रीर के बाद अंजुमन सुब्हानिया, अंजुमन हैदरिया, अंजुमन इद्रिसिया, अंजुमन रहमानिया, अंजुमन मुहम्मदिया, अंजुमन गुलामाने मुस्तफा, अंजुमन राजाये मुस्तफा, नमुते सहाबा, अंजुमन रौनके इस्लाम, अंजुमम रशीदिया ने अपना कलाम पेश किया|
इस मौके पर राशिद अहमद, सादिक अंसारी, फिरोज, दानिश मुजीब, इरफ़ान, सादाब, आसिफ, तौकीर, शाहनवाज, ताज मोहम्मद आदि मौजूद रहे। संचालन मौलाना सर्वर हाशमी ने किया।