जौनपुर। योगगुरु बाबा रामदेव की प्रेरणा से स्वस्थ जौनपुर और खुशहाल जौनपुर के तहत पतंजलि योग समिति के तत्वावधान में 25 स्थानों पर एक साथ चल रहे विशेष 25 दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविरों में सैकड़ों साधकों को योगाभ्यास की विविध गतिविधियों के द्वारा रोगानुसार अनेकों प्रकार के आसन, ध्यान और प्राणायामों का अभ्यास कराते हुए अभ्यस्त कराया जा रहा है।
पतंजलि योग समिति के प्रान्तीय सह प्रभारी अचल हरीमूर्ति ने बताया कि स्वास्थ्य में सुधार की दृष्टि से यह मौसम बेहद ही लाभदायक होता है इसलिए दूध, घी, मोटे अनाजों की मिश्रित रोटी, बथुआ का साग व मौसमी सब्जियों का नियमित सेवन बिगड़े हुए स्वास्थ्य को सुधार के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। इसके अतिरिक्त ह्रदय और बीपी जैसी समस्याओं से ग्रस्त व्यक्तिओं को ठंड से बचते हुए कम से कम बीस मिनट तक नियमित और निरन्तर कपालभाति के साथ अनुलोम-विलोम प्राणायामों का अभ्यास अवश्य करना चाहिए।
अनिद्रा और बेचैनी जैसी समस्याओं में भ्रामरी और उद्गीथ प्राणायामों के साथ कम से कम दस मिनट तक ध्यान की प्रक्रिया में अवश्य होनी चाहिए। डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं में प्राणायामों के साथ अधिक से अधिक मण्डुक आसन व सूर्यनमस्कार अवश्य करना चाहिए। तुलसी, गिलोय, गुड़ और मिर्च को मिलाकर बनाये गये काढ़े का नियमित सेवन न केवल ठंड से बचाता है बल्कि शरीर के भीतर नश नाड़ियों में होनें वाले ब्लाकेज को धीरे-धीरे दूर करके रक्त और प्राणवायु का प्रवाह सुगमतापूर्वक करता है।