जौनपुर। शाहगंज क्षेत्र के बीबीगंज के ऐतिहासिक रामजानकी मैदान पर हो रही रामलीला में बीती रात धनुष यज्ञ (राम सीता विवाह) एवं लक्ष्मण परशुराम संवाद हुआ। साथ ही भगवान श्रीराम सहित चारों भाइयों की आरती उतारी गयी। रामजानकी रामलीला समिति के बैनर तले आयोजित लीला के दौरान सीता स्वयंवर में देश-विदेश के राजकुमार पधारे। इस दौरान बाणासुर व रावण में वार्ता होती है।
वाणासुर भगवान शिव के धनुष को प्रणाम कर चला जाता है। इसके बाद रावण शिव के धनुष तोड़ने के लिये जैसे ही आगे हाथ बढ़ाता है, वैसे ही आकाशवाणी होती है कि हे रावण, तुम यहां धनुष को तोड़ रहे हो। उधर लंका में तुम्हारी बहन कुम्भनी को मधुदानव हरण कर ले जा रहा है। यह सुनते ही रावण सोच में पड़ जाता है और दशरथ पुत्र श्रीराम से परिचित हो उन्हें आशीर्वाद देते हुये कभी न कभी सीता को लंका दिखाने का प्रण कर धनुष को प्रणाम कर चला जाता है। इसके बाद महर्षि विश्वामित्र का आज्ञा पाकर श्रीराम धनुष का खण्डन करते हैं और श्रीराम व सीता एक-दूसरे को वरमाला पहनाते हैं।
उधर धनुष टूटने की सूचना मिलते ही परशुराम पहुंचते हैं। परशुराम व लक्ष्मण के बीच संवाद होता है जिसके बाद परशुराम अपना गाण्डीव धनुष तानने को कहते हैं जिसके बाद श्रीराम जैसे ही धनुष को तानते हैं, वैसे परशुराम को रामावतार का ज्ञान होता है और विष्णु के अवतार श्री राम को प्रणाम कर चले जाते हैं। इस अवसर पर अध्यक्ष छोटे लाल जायसवाल, बसंत जायसवाल, डा. श्रीराम यादव, अभय सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य रानू सिंह, राहुल तिवारी, राजेश जायसवाल सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।