सुइथाकला, जौनपुर। स्थानीय बाल संरचना संस्थान लालापुर में वार्षिकोत्सव समारोह के अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही शिक्षा के प्रति समाज की भूमिका विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। वाग्देवी मां सरस्वती के चित्र पर माला फूल अर्पित व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भाजपा विधायक डॉ. हरेन्द्र सिंह ने कहा कि शिक्षा ही समाज में परिवर्तन का साधन है। शैक्षिक उन्नयन के कारण ही समाज प्राचीनकाल से आज तक निरन्तर विकसित एवं परिवर्तित होता चला आ रहा है। जीवन ही शिक्षा है। शिक्षा ही समाज में हमें इस योग्य बनाती है कि हम समाज में व्याप्त समस्याओं, कुरीतियों और रूढ़िवादी परम्पराओं के प्रति सचेत होकर उसमे अपेक्षित सुधार करने का प्रयास करते है और धीरे-धीरे समाज में परिवर्तन आता है। शिक्षा समाज के प्रति लेागों को जागरूक बनाते हुये उसमें प्रगति का आधार बनाती है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्थान के अध्यक्ष अशोक कुमार पाण्डेय ने ग्रामीण अंचल में बालक/बालिकाओं के सर्वांगीण विकास हेतु शैक्षिक गतिविधियों के विषय में बताया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के अनुक्रम में विद्यालय के बच्चों ने लोकनृत्य, गीत, प्रहसन, एकांकी की अनुपम प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। "पढ़ें बेटियां बढ़े बेटियां" एकांकी की भावपूर्ण प्रस्तुति से जहां लोगों में बेटियों के प्रति समाज में व्याप्त असमानता की संकुचित धारणा बदलने का संदेश दिया।
वहीं दीपदान एकांकी की अनुपम प्रस्तुति ने लोगों में कर्तव्यपरायणता एवं देश प्रेम की भावना से ओत-प्रोत कर दिया। विद्यालय के प्रधानाचार्य रणविजय सिंह ने उपस्थित आगन्तुक अतिथियों एवं अभिभावकों का स्वागत कर विद्यालय की सतत् प्रगति आख्या प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन सुमन्त तिवारी तथा आभार प्रबंधक सुरेश पाण्डेय ने व्यक्त किया। इस अवसर पर पं. राम सन्मुख तिवारी, रणजीत सिंह, साधू तिवारी, ललित दीक्षित, ठाकुर प्रसाद तिवारी, राम प्रकाश दूबे, अजीत प्रजापति आदि उपस्थित रहे।