• डा. संजय श्रीवास्तव बनाये गये प्रान्तीय विश्वविद्यालय प्रभारी

जौनपुर। देश व दुनिया में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुकी भारत की प्राचीनतम विद्या योग उच्च कोटि की साधना पद्धति के साथ प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों का भी एक सशक्त माध्यम जिसके नियमित व निरन्तर अभ्यासों से न केवल साध्य, बल्कि असाध्य बीमारियों से भी धीरे-धीरे छुटकारा प्राप्त हो जाता है।
उक्त बातें योग गुरू बाबा रामदेव के मंशानुरूप स्वस्थ व खुशहाल जौनपुर के तहत 25  स्थानों पर एक साथ आयोजित हो रहे 25 दिवसीय योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर की तैयारियों का जायजा लेते हुये प्रान्तीय प्रभारी आचार्य संजीव आचार्य ने कही।
जौनपुर के कलेक्टेªट परिसर में स्थित योगस्थली पर उपस्थित
प्रान्तीय प्रभारी आचार्य संजीव आचार्य सहित तमाम लोग।

शनिवार की प्रातःकालीन सत्र में कलेक्ट्रेट स्थित योगस्थली में साधकों को योगाभ्यास कराते हुये श्री संजीव ने बताया कि योगाभ्यास आज एक ऐसा माध्यम बन गया है जिसका प्रभाव समाज के सभी उम्र के लोगों पर स्पष्ट रूप से पड़ता हुआ दिख रहा है।
इसी बीच पूर्वांचल विश्वविद्यालय में कार्यरत डा. संजय श्रीवास्तव को विश्वविद्यालय स्तर पर योग के प्रचार-प्रसार हेतु पतंजलि योगपीठ की विशेष अनुशंसा पर प्रान्तीय विश्वविद्यालय प्रभारी का दायित्व दिया गया। इस अवसर पर भारत स्वाभिमान के प्रान्तीय सह प्रभारी दुर्गेश, शशिभूषण, डा. हेमन्त, शिवपूजन सहित तमाम साधक उपस्थित रहे।