बदलापुर, जौनपुर। रेलवे स्टेशन श्रीकृष्णनगर के गेट संख्या 23 के पास अपने तीन मासूम बच्चों के साथ खुदकुशी के लिए पहुंची महिला की जान गेटमैन ने खुद की जान को जोखिम में डालकर तीनों को बचा लिया। गेटमैन की बहादुरी की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है।
बदलापुर थाना क्षेत्र के शाहपुर निवासी ओम प्रकाश की पत्नी सीता (38) शुक्रवार को सुबह करीब साढ़े आठ बजे घर से मामूली विवाद के बाद अपने तीन मासूम बच्चों के साथ निकली थी। वह श्रीकृष्ण नगर रेलवे स्टेशन के गेट संख्या २३ सी से करीब बीस मीटर दूरी पर अपने तीन बच्चों के साथ खुदकुशी के लिए पहुंची थी। वह पटरी के पास किसी ट्रेन का इंतजार कर रही थी। रेलवे फाटक बंद था दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई थी।

करीब नौ बजे सद्भावना एक्प्रेस ट्रेन लखनऊ की ओर से जौनपुर की तरफ जाने के लिए जैसे ही दिखाई दी तभी सीता देवी (38) अपने बच्चों खुशबू (10), आरती (9) और आर्यन (4) के साथ पटरी की ओर बढऩे लगी । इस दौरान महिला को देख रहा गेटमैन राहुल यादव महिला के मंसूबे को भांप लिया। गेटमैन अपनी जान की परवाह किए बिना महिला की तरफ दौड़ पड़ा। उसने ट्रेन के आगे लाल झंडी फेंक दी और महिला सहित उसके तीनों बच्चों को घसीट कर पटरी के बाहर कर लिया। गेटमैन ने जैसे ही महिला और उसके बच्चों को पटरी से खींचकर बाहर किया उसके कुछ ही सेकेंड बाद सद्भावना एक्सप्रेस दनदनाती हुई निकल गई।
गेटमैन के इस साहस को देख रहे लोगों की सांसे कुछ पल के लिए थम गई थी। लेकिन राहुल की बहादुरी से तीन बच्चों के साथ महिला की जान बच गई। महिला से पूछताछ के बाद इसकी सूचना परिजनों को दी गई। परिजन मौके पर पहुंचे और महिला व बच्चों को लेकर घर चले गए। गेटमैन राहुल यादव की इस बहादुरी की चर्चा पूरे दिन इलाके में होती रही।