बिलासपुर, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ की बेटी वी. मेहर निधि जो कि विवाह के बाद अपने पति के साथ अमेरिका चली गई थी और वहाँ उसके पति ने उसके साथ मारपीट और अमानवीय व्यवहार किया। साथ ही उसके पति ने उसके खिलाफ स्थानीय अदालत में साज़िश के तहत झूठा मुकदमा भी दर्ज करवा दिया जिसके बाद निधि और उसके 5 वर्ष के बेटे का पासपोर्ट जब्त कर लिया गया। इसके बाद भी उसने हार नहीं मानी और पहुंच गई भारतीय दूतावास जहां से उसे निराशा ही हाथ लगी क्योंकि मामला न्यायालय के अधीन विचाराधीन था। यहाँ बिलासपुर में उसके भाई मेहुल ने ट्विटर के माध्यम से विदेश मंत्रालय और संबंधित विभागों तथा पीएमओ को मदद के लिए गुहार लगाई। स्थानीय विधायक और सांसद से भी मुलाकात की। दिल्ली जाकर विदेश मंत्रालय में भी निवेदन किया। पुलिस के पास भी गया लेकिन हर बार हर जगह से केवल आश्वासन ही मिला।

फिर उनके एक रिश्तेदार के माध्यम से मेहुल और निधि की माँ, रायपुर के एक समाज सेवी और पत्रकार प्रकाशपुन्ज पाण्डेय से मिलकर अपनी सारी व्यथा सुनाई। प्रकाशपुन्ज पाण्डेय के मीडिया और पॉलिटिकल पृष्ठभूमि होने के कारण उन्होंने इस केस की बारीकियों को समझते हुए तमाम मीडिया हाउसेज और पत्रकारों से इस बारे में सलाह ली। प्रकाशपुन्ज पाण्डेय ने भी अपने स्तर पर विदेश मंत्रालय, पीएमओ, सीएमओ सहित अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों तक इस बात को पहुँचाया। इस प्रकरण में मदद के लिए प्रकाशपुन्ज पाण्डेय को खासतौर पर मीडिया पर बहुत भरोसा था और उनका भरोसा सही भी निकला।
प्रकाशपुन्ज पाण्डेय ने बिलासपुर, छत्तीसगढ़ की बेटी निधि को स्वदेश लाने के लिए अमेरिका के अपने मित्र गणेश कार जोकि अमेरिका की एक संस्था NACHA (NORTH AMERICAN CHATTISGARH ASSOCIATION) के अध्यक्ष हैं उनसे भी संपर्क किया और अमेरिका में निधि को मानसिक और आर्थिक सहयोग भी दिलवाया। ग्लिब्स के एडिटर इन चीफ, विशाल यादव जिनसे प्रकाशपुन्ज पाण्डेय के बहुत ही घनिष्ठ संबंध हैं। उन्होंने भी निधि को इंसाफ दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।
विशाल यादव की राय से प्रकाशपुंज पांडेय ने निधि के परिवार को पुलिस की सहायता लेने को कहा और एफआईआर दर्ज करने के लिए सहयोग किया। पुलिस द्वारा नॉन बेलेबल वारंट जारी किया गया और तब निधि के पति जिसने उसके खिलाफ झूठा केस दर्ज किया था उसके और उसके परिवार पर दबाव बना और वे केस वापस लेने के लिए निधी को कहने लगे। पिछले हफ्ते पुलिस की कार्रवाई के डर से मजबूरी में निधि के पति ने निधी और उसके बेटे के पासपोर्ट को अदालत से वापस दिलवाने के लिए हस्ताक्षर किए।
निधि के परिवार वालों ने निधि और उसके बेटे साकेत के घर वापसी पर समस्त मीडिया जगत को धन्यवाद किया और विशेष रूप से प्रकाशपुन्ज पाण्डेय का जिन्होंने अपरिचित होकर भी अपने मीडिया बंधुओं तक इस मामले को गंभीरता से पहुंचाया और साथ ही भारत और अमेरिका के अपने अन्य सम्पर्कों को भी इस्तेमाल किया।
प्रकाशपुन्ज पाण्डेय ने मीडिया के अपने सभी साथियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि आज अगर छत्तीसगढ़ की बेटी निधि अपने घर वापस लौट आई है तो इसमें मीडिया ने अहम भूमिका निभाई है साथ ही प्रकाशपुन्ज पाण्डेय ने पुलिस और जिन जिन लोगों ने इस मामले में सहयोग किया था सभी को हार्दिक बधाई एवं धन्यवाद दिया।