प्रकाश पर्व दीपोत्सव (दीपावली महापर्व) कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या 7 नवंबर 2018 दिन बुधवार महामाया मां लक्ष्मी के पूजन का महापर्व

पूजन का मुहूर्त व पूजन की विधि:
मां भगवती के पूजन का शुभ मुहूर्त
(1):- प्रथम प्रातः 8:00 बजे से मध्यान्ह 11:40 तक का है।
तथा सायंकाल में
(2):- द्वितीय 5:15 से रात्रि 10:25 तक है।
तथा
(3):-तृतीय:- स्थिर लग्न के लिए तांत्रिक व व्यापारिक पूजन का मुहूर्त मध्य रात्रि 12:30 से भोर में 2:44 तक है।
पूजन की विधि:-
सर्वप्रथम एक स्वच्छ साफ लकड़ी के पाटले(लकड़ी की चौकी) पर एक पीला वस्त्र बिछा दें।
वस्त्र के ऊपर खड़ी धनिया व गेहूं मिला करके अच्छे से फैला दें।
गेहूं व धनिया के ऊपर मां भगवती महामायाका मां लक्ष्मी का एक सुंदर विग्रह भगवान गणेश सरस्वती कुबेर व हनुमानजी के साथ स्थापित करें।
माता भगवती के सम्मुख
1 लक्ष्मी कौड़ी
5 सफेद कौड़ी
5 गाय कौड़ी
5 पीली कौड़ी
5 गोमती चक्र
5 कमलगट्टा
तथा 5-5 क्रमशः लाल, सफेद व काली घुंमची व
5 गांठ हल्दी स्थापित करें।
माता के दाहिने हाथ की तरफ ईशान्य कोंण में चावल रख कर के उस पर तांबे का एक कलश स्थापित करें।
कलश में एक खड़ी हल्दी एक सुपारी दूर्वा कुश व एक सिक्का डालकर के जल भरकर के उस पर आम का पल्लव लगाकर एक नारियल लाल कपड़े में बांधकर के स्थापित कर दें।
घी व तिल के तेल का 2 दिपक मां के दोनों तरफ व कच्चा सिंघाड़ा सीतफल तथा मिश्री भोग प्रसाद के लिए मां के दाहिने हांथ की तरफ रख दें।
विधि विधान से पूजन व आरती करके मां से प्रसन्न होने व भौतिक जगत के सभी सुख समृद्धि को प्राप्त होने का आशीर्वाद प्राप्त करें।
पूजन के दूसरे दिन जिस पीले कपड़े पर मां भगवती को बैठाकर के पूजन किया गया था उसी में सभी सामग्री पुष्प व पत्र हटा करके बांध लें तथा धन रखने के स्थान पर रख दें।
जय श्री सीताराम
सत्य सनातन धर्म की जय
पं. मनोज कुमार त्रिपाठी
ग्रामसभा:- बहोरीकपुर
पत्रालय:- मुंगराबादशाहपुर
जनपद:- जौनपुर, उत्तर प्रदेश
दूरध्वनी क्रमांक:- 9005126500