• पंचप्यारों का जगह-जगह हुआ स्वागत, आकर्षण का केन्द्र रहा गतका अखाड़ा

  जौनपुर। साहिब श्री गुरूनानक देव जी महाराज का 550वां पावन प्रकाशोत्सव शुक्रवार को परम्परागत ढंग से मनाया गया। इस दौरान कीर्तन, लंगर, कथा विचार के साथ नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गयी।
शोभायात्रा में शामिल पंच प्यारे जहां नगरवासियों के लिये आकर्षण का केन्द्र बने रहे, वहीं ढोल, ताशे, नगाड़े पर लोग नृत्य करते नजर आये। साथ ही सिधौली सीतापुर से आया गतका दल दीप खालसा लोगों के लिये आकर्षण का केन्द्र बना रहा। वहीं सुरेन्द्र सिंह-संतोष पाठक म्युजिकल ग्रुप मुगलसराय, बोल बम कांवरिया अखाड़ा की भी उपस्थिति रही।

इसके पहले गुरूद्वारा तप स्थान श्री गुरू तेग बहादुर साहिब जी रासमण्डल में चल रहे अखण्ड पाठ की समाप्ति के बाद ज्ञानी केशर सिंह ग्रंथी सुन्दर गुरूद्वारा ओलन्दगंज का कथा विचार हुआ जिसके बाद ज्ञानी जिओपाल सिंह द्वारा कीर्तन के साथ भाई खुशहाल सिंह मुरादाबाद वाले के जत्थे द्वारा कीर्तन रागी हुआ।
समाप्ति अरदास उपरांत गुरू का लंगर चला जहां हजारों लोगों ने मत्था टेक करके प्रसाद ग्रहण किया। तत्पश्चात् सुन्दर गुरूद्वारा ओलन्दगंज से गुरू सेवक जत्था के हरचरन सिंह, जगजीत सिंह, कंवलजीत सिंह, प्रवीण पाल सिंह, नरेन्द्र पाल सिंह, राजेश जावा, हरपाल सिंह, तरनजीत सिंह, हरजीत सिंह सहित मनमोहन सिंह के नेतृत्व में भव्य शोभायात्रा निकाली गयी जो नगर भ्रमण करते हुये रासमण्डल स्थित गुरूद्वारा पहुंचकर समाप्त हो गयी। शोभायात्रा में ढोल, ताशे, नगाड़े के साथ दसों गुरूओं का प्रतिरूप शामिल रहा जहां लोग पंचप्यारों का स्वागत करते हुये गुरूनानक देव जी के रथ के समक्ष शीश झुकाते नजर आये। नगर के कोतवाली चौराहे पर बने नियंत्रण कक्ष से पूरे मेले का संचालन सुशील वर्मा एडवोकेट ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री गुरू सिंह सभा के संरक्षक सरदार गुरदीप सिंह, नरेन्द्र सिंह चौधरी, दीपक चिटकारिया, सतीश चिटकारिया, कुलवंत सिंह, तेजा सिंह, त्रिलोचन सिंह, सतनाम सिंह एडवोकेट, गुरवीर सिंह एडवोकेट, गुरविन्दर सिंह, सतवन्त सिंह एडवोकेट, रनबीर सिंह, गुरमीत सिंह, शिशुपाल सिंह, जसविन्दर सिंह, गुरजीत सिंह, उपेन्द्र सिंह, रंजीत सिंह, राजेन्द्र खत्री, मनदीप सिंह, गुरचरन सिंह, सुरेन्द्र सिंह, राजकुमार गुप्ता, नमनदीप सिंह, कमल सिंह भाटिया, हरविन्दर सिंह, नवनीत सिंह, जितेन्द्र सिंह सहित तमाम लोगों का सहयोग सराहनीय रहा।