• प्रधानमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर देश के पहले मल्टी मॉडल टर्मिनल को जनता के लिए खोला 

सुरेश गांधी
वाराणसी। भारत ही नहीं पूरी दुनिया में अपनी पहचान रखने वाला बनारस आज विकास के उस कार्य का गवाह बना है, जो दशकों पहले हो जाना चाहिए था। लेकिन उनके प्रयास से अब पूरा हो रहा है। चाहे वो बाबतपुर एअरपोर्ट से शहर को जोड़ने वाली सड़क हो या शहर को जाम से मुक्त रखने वाली रिंग रोड हो या कनेक्टिविटी से जुड़े प्रोजेक्ट या बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने से जुड़ी परियोजनाएं हो या मां गंगा को प्रदूषण मुक्त करना। सभी योजनाएं एक-एक कर पूरी हो रही है। जो बचे है आज उन सभी परियोजनाओं, जिनकी लागत 2413 करोड़ है, का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है। यह बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में देश के पहले मल्टी मॉडल टर्मिनल का उद्घाटन एवं निरीक्षण के बाद हरहुआ में विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस अंतर्देशीय जलमार्ग टर्मिनल से बंगाल के हल्दिया से वाराणसी तक जलमार्ग संचालित किया जाएगा। यहां विश्व बैंक के वित्तीय तथा तकनीकी सहयोग से 5369.18 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने वाले इस टर्मिनल के जरिये 1500 से 2000 टन के बड़े जहाजों की भी आवाजाही मुमकिन हो सकेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हमने हल्दिया घाट पर जल मार्ग से व्यापार करने का प्रस्ताव रखा था तब मेरा मजाक बनाया गया था, लेकिन आज जब कंटेनर कोलकाता से यहां आया तो सबका मुंह बंद हो गया है।
उन्होंने कहा कि 800 करोड़ रुपये की लागत से बाबतपुर एयरपोर्ट को शहर से जोड़ने वाली सड़क ना सिर्फ चौड़ी हो गई है, बल्कि देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करने लगी है। 
बीच-बीच में मोदी-मोदी के नारे लगा रहे युवाओं को शांत रहने की अपील करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आपके उत्साह प्यार के लिए आभारी हूं, 2019 में जरूरत पड़ेगी। बदलाव कैसे आने वाला है उसको बारीकी से समझाना चाह रहा हूं।

मोदी ने कहा कि बीते चार वर्षों में तेजी के साथ आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है। दुर्गम स्थानों पर नए एयरपोर्ट, नॉर्थईस्ट के दूर दराज के इलाकों में पहली बार ट्रेन पहुंच रही है। देश का प्रधानसेवक होने और वाराणसी का सांसद होने के नाते मुझे आज दोहरी ख़ुशी है। वाराणसी और देश, इस बात का गवाह बना है कि संकल्प लेकर जब कार्य समय पर सिद्ध किए जाते हैं, तो उसकी तस्वीर कितनी भव्य और कितनी गौरवमयी होती है। न्यू जनरेशन इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ कायाकल्प भी हो रहा है। प्रधान सेवक होने के साथ ही मेरे लिए दोहरी खुशी का मौका है। पवित्र भूमि से हर किसी का आध्यात्मिक संपर्क है। आज जल थल नभ तीनों को जोडने वाली नई ऊर्जा का संचार क्षेत्र में हुआ है। नदी मार्ग से पहुंचे देश के पहले कंटेनर वेसेल का स्वागत किया। मल्टीमॉडल टर्मिनल का लोकार्पण किया। दशकों लग गए मगर प्रफुल्लित आनंदिन हूं जो आज काशी की धरती पर सपना साकार हुआ है। कंटेनर वेसेल चलने का मतलब पूर्वी भारत भी बंगाल की खाड़ी के साथ जुड़ गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि आधुनिक स्वरूप के साथ रास्ते नेचर कल्चर और एडवेंचर का संगम स्थल बनेगा। वाराणसी, भदोही और मीरजापुर कारपेट ही नहीं टेक्सटाइल का हब बन रहे हैं। इंडिया कारपेट एक्सपो की शुरूआत की थी। काशी से कोलकाता वाटरवे से उनको भी फायदा होगा। सुगमता का सुविधा से सीधा रिश्ता होता है। सेल्फी ले रहे हैं, सोशल मीडिया में बनारस छाया हुआ है। त्योहारों का समय है जो हवाई जहाज से घर आया होगा गर्व से भर गया होगा। बाहर गए लोग शहर आ रहे हैं तो उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि हरहुआ शिवपुर और तरना से गुजर रहे हैं। सडकें रुलाती थीं मगर अब स्थिति बदल गई है।
बाबतपुर एयरपोर्ट को शहर से जोडने वाली सडक चार लेन की हो गई है। पर्यटकों को अपने ओर आकर्षित करने लगी है। जौनपुर सुल्तानपुर और लखनऊ की राह सुगम होगी। गोरखपुर लखनऊ व आजमगढ, अयोध्या जाने के लिए शहर में आने की जरूरत नहीं होगी। पूरा करने का प्रयास शुरू हुआ तो पूरा भी हुआ। दूसरे काम भी जल्द पूरे हो जाएंगे। बनारस में जाम की समस्या कम होगी और प्रदूषण भी घटेगा। सारनाथ जाना आसान होगा। हेलीपॉड से भी कनेक्टिविटी होगी। विश्वास भी लोगों में बढ़ जाता है। आज जितनी परियोजनाओं का शिलान्यास लोकार्पण हुआ है उससे रोजगार भी बढेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि नमामि गंगे मिशन के तहत अब तक 23 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी जा चुकी है। गंगा के किनारे के करीब-करीब सारे गांव अब खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं। ये प्रोजेक्ट्स गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक गंगा को अविरल, निर्मल बनाने के हमारे संकल्प का हिस्सा हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आस्था, पवित्रता के पर्व छठ की बधाई देते हुए कहा कि इस बार मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे दीपावली के दिन बाबा केदारनाथ के दर्शन करने का अवसर मिला। अब बाबा विश्वनाथ की नगरी में आशीर्वाद लेने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि काशी के लिए, पूरे भारत के लिए आज का ये दिन ऐतिहासिक है। क्योंकि मल्टी मॉडल टर्मिनल न सिर्फ परिवहन के सस्ते और पर्यावरण के प्रति मित्रवत साधन के रूप में अंतर्देशीय जल परिवहन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि भदोही के कालीन निर्यातक भी अपने माल कम दर पर भेज सकते हैं। यह गंगा नदी पर बने पहले 3 ऐसे टर्मिनल में से एक है। विश्व बैंक के वित्तीय तथा तकनीकी सहयोग से 5369.18 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बने इस टर्मिनल के जरिये 1500 से 2000 टन के बड़े जहाजों की भी आवाजाही मुमकिन हो सकेगी। इस कंटेनर वेसल चलने का मतलब है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वांचल और पूर्वी भारत जलमार्ग से अब बंगाल की खाड़ी से जुड़ गया है।
इस जलमार्ग से समय और पैसा बचेगा, सड़क पर भीड़ भी कम होगी, ईंधन का खर्च भी कम होगा और गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण से भी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा, ’800 करोड़ रुपए की लागत से बाबतपुर एयरपोर्ट को शहर से जोड़ने वाली सड़क ना सिर्फ चौड़ी हो गई है, बल्कि देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करने लगी है.। इस सड़क से काशी वासियों का, पर्यटकों का समय तो बचेगा ही, जौनपुर, सुल्तानपुर और लखनऊ तक की यात्रा भी सुगम हो जाएगी। इस समारोह के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री ने इन परियोजनाओं का किया लोकार्पण
एनएच-56 के बाबतपुर से वाराणसी के 4 लेंन चौड़ीकरण का कार्य- 812.59 करोड़ 
वाराणसी रिंग रोड फेज -1 कार्य- 759.36 करोड़
आई डब्लू टी मल्टी मॉडल टर्मिनल का निर्माण- 208 करोड़ 
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट दीनापुर- 186.48 करोड़
सीवरेज पमिं्पग स्टेशन का निर्माण कार्य - 34.01 करोड़
इंटरसेप्शन सीवर और पमिं्पग मेन का कार्य - 155.87 करोड़ 7. शहरी विद्युत सुधार कार्य ( आई पी डी एस ) पुरानी काशी के अतिरिक्त - 139.41 करोड़
तेवर ग्राम पेयजल - 2.79.01 करोड़
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय देईपुर विकास खंड सेवापुरी में बालिका छात्रावास का निर्माण - 1.70 करोड़
आश्रय योजना - परमानंदपुर (शिवपुर) - 1.54 करोड़
इन परियोजनाओं का किया शिलान्यास
इंटरसेप्शन डायवर्जन ऑफ ड्रेन एंड ट्रीटमेंट वर्क एट रामनगर-वाराणसी - 72.01 करोड़
किला कटरिया मार्ग पर आई आर क्यों पी का कार्य - 2.37 करोड़
पूर्व एनएच-7 पड़ाव रामनगर (टंगड़ा मोड़) मार्ग पर आईआरक्योंपी का कार्य -3.17 करोड़
लहरतारा बीएचयू मार्ग पर रेज्ड फुटपाथ का निर्माण एवं अन्य कार्य -20.99 करोड़
रामनगर (डोमरी) वाराणसी में हेलीपोर्ट का निर्माण -4.95 करोड़
वाराणसी में ड्राइवर प्रशिक्षण केंद्र (डीटीआई) का स्थापना कार्य - 4.45 करोड़
वाराणसी सर्किट हाउस में प्रथम तल पर प्रस्तावित मीटिंग हॉल के निर्माण का सुंदरीकरण का कार्य- 3.25 करोड़