लखनऊ। सरकारी स्कूलो में हित सी तअतीलात खत्म करते वक्त रियासत के वज़ीर ए आला योगी आदित्य नाथ ने कहा था के इस दिन उन अहम शख्सीयात की ज़िंदगी और हालात पर स्कूल मे खुसूसी तकारीब होगी लेकिन इस सिलसिले में जब महकमा तअलीमात के डायरेक्टर से मालूमात हासिल की गई तो पता चला के आइंदा दस सितम्बर को वीर अब्दुल हमीद के यौमे शहादत के मौके पर ऐसा कोई सरकूलर जारी नही हुआ है जिस में वतन के इस अज़ीम सपूत की हयात व करनामो पर रौशनी डाली जाए ,इस पर तशवीश का इज़हार करते हुए मारूफ समाजी कारकिन तन्ज़्ाीम के कनवेनर मोहम्मद आफाक़ ने कहा कि कोेई भी कौम इस वक्त तक अपने को तरककी याफता नही कह सकती है जो अपने अज़ीम शख्सीयात को याद न रखे, वीर अब्दुल हमीद उन्ही सपूतो मंे से एक है जिन्होने मादरे वतन की लाज रखी और अपने आप कोे उस की हिफाज़त के लिए कुर्बान कर दिया यह हिन्दुस्तान का वह अज़ीम शहीद है।
जिस ने दुश्मन मुल्क पाकिस्तान के ना काबिले तस्खीर पैटन टैंक को तोड़ कर दुनिया को दिखा दिया के हिन्दुस्तान के एक सपूत ने पैटन जैसी बड़ी कम्पनी के दावे को खाक मे मिला दिया, और दुश्मनो के छक्के छुडा़ दिए उस वीर अब्दुल हमीद की याद में शहर और कई इज़ला के दीनी व उर्दू मीडियम स्कूलो ने खुसूसी तकरीब करने का फैसला किया है जिस में मादरे वतन की अज़मत के गीत गाए जाएग़े,वीर अब्दुल हमीद,भगत सिंह,अशफाक़ उल्लाह खॉ,चन्दर शेखर आजा़द, मौलाना महमूदुल हसन,मौलाना अबुज कलाम आजाद और प्यारे लाल बिस्मिल,बहादुर शाह ज़फर जैसे अज़ीम सपूतो के हयात व कारनामो का ज़िक्र किया जाएगा़,बच्चो में इसातज़ा खुसूसी तौर पर हुब्बुल वतनी का जज़बा बेदार करेगे, मोहम्मद आफाक़ ने प्रिन्ट मीडिया,सोशल मीडिया के द्वारा रियासती हुकूमत से मुतालबा किया है कि वह निजी अपने स्कूलो में वीर अब्दुल हमीद की याद मनाने के लिए दस सितम्बर को खुसूसी तकारीब करने कि हिदायत जारी करे।
उन्होने इस सिलसिले में आज एक जन सम्पर्क करके यह भी मुतालबा किया कि शहर के बर्लिंगटन चौराहा का नाम वीर अब्दुल हमीद से मनसूब किया जाए और उनकी याद में वहा एक पैटन टैंक तोड़ते हुए अज़ीम शहीद अब्दुल हमीद को दिखाया जाए,इस सिलसिले में मौजूद शहर के सीनियर सहाफतो,अदीबो,कलमकारो और शायरो व वक्ला ने शिरकत की। नेज़ इस तजवीज़ इत्तेफाक़ करते हुए जल्द ही एक मेमोरिन्डम वज़ीर आला और ग़वर्नर को पेश किया जाएगा,इसी क्रम में 9 सितम्बर की शाम 6 बजे लखनऊ कैंट चौराहे पर कैंडिल मार्च किया जाएगा।