• सोनोग्राफी सेण्टर की गलत रिपोर्ट से मरीजों की जान जोखिम में 

  जौनपुर। मछलीशहर नगर में फर्जी तरीके से संचालित सोनोग्राफी केन्द्रों द्वारा जारी की जा रही रिपोर्ट से मरीजों की जान जोखिम में पड़ती नजर आ रही है। स्थानीय तहसील में मंगलवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में अपर जिलाधिकारी को एडवोकेट रमेश चन्द्र ने प्रार्थना पत्र देते हुये बताया कि उनकी पत्नी की पित्त की थैली 3 वर्ष पहले ही आपरेशन करके निकाल दी गयी, मगर सोनोग्राफी रिपोर्ट में सिकुड़ी बताया जा रहा है।
इस पर अपर जिलाधिकारी ने जांच करके कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। बता दें कि स्थानीय क्षेत्र के सराय युसूफ गांव निवासी अधिवक्ता रमेश चन्द्र अपनी पत्नी का उपचार कराने स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गये थे। वहां मौजूद डाक्टर ने उन्हें सोनोग्राफी करवाने की सलाह दिया। इस पर वे अपनी पत्नी को लेकर नगर के शिखा सोनोग्राफी सेण्टर गये जहां उनकी पत्नी की सोनोग्राफी की गयी। रिपोर्ट में पित्त की थैली में सिकुड़न आने प आंत में सूजन आने की बात कही गयी। इस पर वे घबरा गये और डाक्टर से सम्पर्क कर 3 वर्ष पहले आपरेशन करके पित्त की थैली निकाले दिये जाने की बात बताये। डाक्टर ने दूसरी जगह सोनोग्राफी करवायी तो वहां सही रिपोर्ट मिली। इस प्रकार नगर में दूसरे के नाम पर रजिस्ट्रेशन कराकर अप्रशिक्षित युवक सोनोग्राफी करके रिपोर्ट देने का काम कर रहे हैं जिसकी रिपोर्ट पर विश्वास करके डाक्टर इलाज करते हैं। इससे मरीजों की जान को खतरा बढ़ता जा रहा है। इस मामले को गम्भीरता से लेते हुये अपर जिलाधिकारी ने जांचोपरांत कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।