जौनपुर। कृषि विभाग के विषय वस्तु विशेषज्ञ एवं उप परियोजना निदेशक (आत्मा) डा. रमेश चन्द्र यादव ने किसानों को समसामयिक सुझाव देते हुये कहा कि मौजूदा समय धान की फसल में पुष्पा अवस्था चल रही है।

यह अवस्था फसल में नमी के प्रति संवेदनशील होती है, इसलिये किसान इस समय खेतों की सिंचाई करके उचित नमी बनाये रहें। उन्होंने बताया कि इस समय नमी की कमी से फूलों का विकास सही न होने से बालियों में दानों की संख्या में कमी हो जाती है। दाने चिपक जाते हैं तथा उत्पादन एवं उत्पादकता तो घटती है। साथ ही खाद्यान्नों की गुणवत्ता भी घट जाती है।
डा. यादव ने कहा कि अवर्षण के चलते इस समय पत्ती लपेटक कीट का प्रकोप हो गया है। इसके बचाव के लिये हानिकारक कीटनाशकों के प्रयोग के बजाय जैविक कीटनाशक ब्यूवेरिया वैसियाना की 2.5 किग्रा प्रति हेक्टेयर की दर से 500 लीटर पानी मे घोल वनाकर सायंकाल छिड़काव करके कम लागत व स्वच्छ पर्यावरण में बेहतर उत्पादन प्राप्त करके कृषि का सतत विकास किया जा सकता है।