जौनपुर।‌ प्रमुख सचिव दुग्ध विकास डा. सुधीर एम. बोबडे़ ने जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं थाना जलालपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण में कमियों के लिए उन्होंने फटकार लगाई। जलालपुर के बाद उन्होंने केराकत तहसील के मई व भड़ेहरी गांव में गोमती नदी पर निर्माणाधीन पुल का निरीक्षण कर जायजा लिया।

जलालपुर में थाने के निरीक्षण में उन्होंने चार नंबर रजिस्टर, समाधान रजिस्टर सहित अन्य अभिलेखों का अवलोकन किया और समाधान दिवस की गुणवत्ता सुधारने का निर्देश दिया। उन्होंने मालखाना में अव्यवस्थित ढंग से रखे गए कागजात व सामानों को देखकर नाराजगी जताया और थानाध्यक्ष से मालखाने के इंचार्ज के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि किसी प्रकरण का वीडियो वायरल होने पर मालखाने के इंचार्ज को कुछ दिन पूर्व निलंबित कर दिया गया है। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी से उन्होंने कहा कि काफी दिन हो गया आपको चार्ज लिए लेकिन इस कमी पर आपने भी ध्यान नहीं दिया। आगे‌ से ऐसा नहीं होना चाहिए।
थानाध्यक्ष से थाने में खड़ी लावारिस व सीज गाड़ियों के बारे में पूछा तो थानाध्यक्ष देवता नंद सिंह ने बताया कि थाने के अंदर जो भी गाड़ियां सीज हैं। उनके मालिक को नोटिस दी जा रही है। कोर्ट के आदेश आने के बाद लावारिस गाड़ियों की नीलामी की जाएगी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण में उन्होंने अग्निशमन यंत्र को मंगवाकर उसके डेट की एक्सपायरी की जांच किया तो पता चला कि 2015 के बाद रिफिल नहीं किया गया था। प्रमुख सचिव ने एसडीएम से पूछा कि आप कितने बाद थाने आएं हैं तो उन्होंने कहाकि एक सप्ताह पहले ही चार्ज लिए हैं। थाने नहीं आ पाया हूं। उन्होंने पूछा कि कोई एसडीएम यहां आया हो तो बताए तो किसी ने कुछ नहीं बोला।
प्रमुख सचिव ने चिकित्सकों से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना के तहत किए जा रहे टीकाकरण की जानकारी प्राप्त की। तो चिकित्सकों ने बताया कि प्रत्येक विद्यालय में सप्ताह में एक बार चिकित्सकों की टीम द्वारा बच्चों की जांच पड़ताल की जाती है टीम में चार सदस्य मौजूद रहते हैं। किसी भी बच्चे में कोई गंभीर बीमारी देखने पर उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बुलाया जाता है। बच्चों की जांच पड़ताल कर दवा दिया जाता है। ठीक नहीं होने पर बच्चे को जिला चिकित्सालय भेज दिया जाता हैं। उन्होंने बच्चों के दांत विशेष रूप से चेक करने को कहा। चिकित्सा प्रभारी को कहा कि जांच किए गए बच्चों के आधार कार्ड तथा ब्लड ग्रुप रजिस्टर में अवश्य में टेन करें। प्रमुख सचिव ने अस्पताल में रखी गई दवाओं के रखरखाव को देखा और स्टोर रूम में फ्रिज नहीं दिखाई देने पर उन्होंने एंटीरेबीज तथा अन्य कोल्ड में रखे जाने वाले इंजेक्शन के बारे में पूछा तो प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज सिंह ने बताया कि इस प्रकार की इंजेक्शन को फ्रीजर में रखा गया है। अस्पताल में गैस सिलेंडर की उपलब्धता के बारे में पूछने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि चिकित्सालय में कुल 6 गैस सिलेंडर मौजूद है और ओपीडी 24 घंटे चलती रहती है। वीसीपीएम से जननी सुरक्षा योजना के बारे में जानकारी लिया। इस दौरान उन्होंने पूर्व माध्यमिक विद्यालय महिमापुर की छात्रा अल्फिया बानो, डालसी गुप्ता तथा राज यादव छतरीपुर से अस्पताल आने का कारण तथा यहां मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में पूछा तो मरीजो ने बताया कि आंख चेक कराने आए हैं।
प्रमुख सचिव ने केराकत में नाबार्ड वित्त पोषित योजना मऊ-टउवॉ-पसेवा मार्ग के मईघाट पर गोमती नदी सेतु तथा बेलाव-पराऊगंज मार्ग के मडेहरी घाट पर गोमती नदी सेतु का निरीक्षण किया। प्रमुख सचिव ने दोनों परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी प्राप्त की तथा इन्हे शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। सहायक परियोजना प्रबंधक आरएस विश्वकर्मा ने बताया कि उक्त परियोजनाओं का निर्माण सेतु निर्माण इकाई वाराणसी द्वारा कराया जा रहा है तथा नाबार्ड द्वारा वित्तपोषित है। भडेहरी घाट व निर्माणाधीन सेतु की स्वीकृत लागत 785.03 लाख तथा लंबाई 237.68 मीटर है। मई घाट पर निर्माणधीन सेतु की स्वीकृत लागत रु0 672.47 लाख तथा लंबाई 209.43 मी. है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गौरव वर्मा, उपजिलाधिकारी केराकत, डीडीओ दयाराम, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. विरेँद्र सिंह, जिला क्षय रोग अधिकारी आरके सिंह आदि उपस्थित रहे।