बांदा। तकरीबन एक वर्ष से अपने मायके में रह रही युवती ने सोमवार की शाम को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवारीजनों ने शव फंदे पर लटकते देखा तो कोहराम मच गया। खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम हाउस में मृतका के पिता ने आरोप लगाया कि ससुराल के लोग बेटी को लेने नहीं आ रहे थे, दहेज में एक बाइक की मांग की जा रही थी। इसी के चलते उसकी बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 
जनपद हमीरपुर के मौदहा थानांतर्गत अरतरा गांव में ब्याही सरिता देवी (23) पत्नी गुरु कुमार निषाद ससुराल में अनबन हो जाने के बाद पिछले एक वर्ष से अपने मायके पैलानी के माझा डेरा गांव में रह रही थी। मंगलवार की रात को उसने घर के कमरे में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवारीजनों ने देखा तो कोहराम मच गया। खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम हाउस में मृतका के पिता रामजियावन ने बताया कि ससुराल में उसकी बेटी को नाहक में उत्पीड़न किया जाता था। जिसके वजह से वह परेशान रहती थी।
इसके साथ ही ससुरालीजन एक बाइक की मांग कर रहे थे। इसी के चलते उसकी बेटी को ससुराल के लोग लेने के लिए नहीं आ रहे थे। इन्हीं सब कारणों के चलते उसकी बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका के कोई औलाद नहीं थी। पिता ने बताया कि ससुरालीजनों को सूचना दी गई थी, लेकिन वह अंतिम मौके पर भी नहीं आए।