जौनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाने के आरोप में जेल भेजे गए मुलायम यूथ ब्रिगेड के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रजनीश मिश्र को शुक्रवार की शाम को जमानत मिल गई। जेल से छूटकर आने के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनका मेडिकल कराने के बाद थाने में पिटाई की थी। 
जमानत पर छूटने से पहले सपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री पारसनाथ यादव ने जेल में जाकर रजनीश मिश्र से मुलाकत की। रजनीश में जेल में पूर्व मंत्री को पुलिस यातना की दास्तां बताई वह हैरान रह गए। सपा के युवा नेता से मिलकर जेल से बाहर आने के बाद पारसनाथ ने कहा कि पुलिस लोकतंत्र का गला घोंट रही है। उनकी पार्टी के एक युवा कार्यकर्ता रजनीश के साथ पुलिस ने जो बर्ताव किया है वह ठीक नहीं। इस मसले को वह विधानसभा में उठाएंगे। सीएम को काला झंडा दिखाना कोई अपराध नहीं है।
जेल से छूटकर बाहर आने के बाद रजनीश मिश्र ने पत्रकारों से कहा कि पुलिस ने जिस तरह मीडिया के कैमरों के सामने उनके साथ बर्ताव किया है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यूपी की पुुलिस कितनी निरंकुश हो चुकी है। यह जन विरोधी सरकार है। भाजपा सरकार सपा सरकार के विकास कार्यों पर सिर्फ अपने नाम का शिलापट्ट लगा रही है।
जेल से छूटने के बाद छात्र सभा के जिलाध्यक्ष अतुल सिंह, महासचिव श्यामबहादुर पाल, अनिल यादव, विनोद शर्मा, संघर्ष यादव, रवी, यशवंत, अभिषेक, रितेश सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने जेल के बाहर उनका स्वागत किया।