बांदा। साहूकारों के कर्ज में फंसे एक किसान पर जब वसूली का दबाव बढ़ा तो वह परेशान हो गया। मंगलवार की रात को कमरे के अंदर पत्नी की साड़ी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पत्नी ने शव को फंदे पर लटकता देखा तो चीख पड़ी। परिवारीजन और मुहल्लेवासी मौके पर पहुंच गए।
पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारने के बाद कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम हाउस में परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। देहात कोतवाली के पचनेही गांव निवासी विजय बहादुर वर्मा (46) के पास दो बीघा जमीन थी। दो बीघा जमीन में वह खेती-किसानी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता था। आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। मंगलवार की रात को किसान ने अपने घर के कमरे के अंदर पत्नी राजकुमारी की साड़ी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
रात में पत्नी ने पति का शव फंदे पर लटकता हुआ देखा तो कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम हाउस में मृतक के भाई राजबहादुर ने बताया कि दो वर्ष पहले विजय बहादुर ने अपनी बेटी सावित्री की शादी की थी। इस दौरान उसने गांव के साहूकारों से ढाई लाख रुपया कर्ज ले लिया था। इसके साथ ही रक्षाबंधन के पर्व पर ईंटा ठेकेदार से 20 हजार रुपया कर्ज लिया था। साहूकारों ने वसूली का दबाव बढ़ाया तो किसान परेशान हो गया और उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पत्नी और उसके बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।