लखीमपुर/खीरी। भाजपा सरकार दलित और पिछड़ों के नाम पर राजनीति तो कर रही है, समानता के अधिकार की बात भी कर रही है। परंतु इसी सरकार में देश के राष्ट्रपति को सिर्फ इसलिए मंदिर में घुसने नहीं दिया गया क्योंकि वह एक दलित थे। गौ रक्षा के नाम पर भाजपा सरकार धर्म की चटनी चटा रही है।
दलित और पिछड़ों का शोषण हो रहा है। जिस की लड़ाई सपा लड़ रही है। दलित और पिछड़ों को जोड़ने के लिए सपा महा अभियान चला रही है । उक्त विचार अनुसूचित जाति एवं जनजाति के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व राज्य मंत्री सर्वेश अंबेडकर ने गुरुवार को मीडिया के सामने कहे। लोहिया भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में भाजपा व कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि दोनों ही पार्टियां पिछड़ों और दलितों की राजनीति कर रही हैं । परंतु दोनों ने ही इन के अधिकारों को कुचला है। यही कारण है कि आज दलित और पिछड़ा समाज प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर आस भरी नजरों से देख रहा हैं। जिसे लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अब इनके हितों पर काम करना शुरु कर दिया है।
देश भर में पूर्व में बनी दलित और पिछड़ों की सभी कमेटियां भंग कर दी गई है और नई कमेटी का गठन किया जा रहा है। उन्होंने कहा आज आबादी में दलितों और पिछड़ों की आबादी का हिस्सा एक चौथाई है। इनका अपमान करना बंद होना चाहिए। समाजवादी पार्टी दलितों और पिछड़ों को समाज में बराबरी का स्थान दिलाने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। भाजपा सरकार की खिंचाई करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश  में कैशलेस योजना लाए और अमेरिका के हाथों में देश को गिरवी रख दिया है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कैशलेस से लेन-देन करने पर हर बार डेढ़ से ढ़ाई प्रतिशत अमेरिकी सरकार के खाते में जाता है। देश को बेचने वाली भाजपा सरकार को समाजवादी अब उखाड़ फेंकेगे। इस दौरान अनुसूचित जाति एवं जनजाति के उपाध्यक्ष तरुण रावत, प्रदेश सचिव चंदन लाल बाल्मीकि व समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष क़य्यूम खां मौजूद रहे।