लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि मेरठ में छात्रा से छेड़छाड़ व विरोध करने पर आग से जलाने की दर्दनाक घटना से आज प्रदेश में बच्चियां और अभिभावक दहशत के माहौल में जी रहे हैं। ऐसी और भी लोमहर्षक और जघन्य घटनाएं हुई हैं। भाजपा की जब से उत्तर प्रदेश में सरकार बनी है राज्य अपराधों से कराह उठा है। इस सरकार के 16 महीनों में ही बच्चियों को अभिभावक स्कूल भेजने से डरे हुए हैं। छात्राओं का इज्जत के साथ जीना दूभर हो गया है। राज्य में कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब किसी कोने से दुःखद घटनाओं की खबर न आती हो।
उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि दिनदहाड़े बच्चियों से छेड़खानी, अपहरण, बलात्कार और हत्या करने में उन्हें कानून का कोई भय नहीं लगता है। पुलिस का इकबाल लुप्त प्राय है। अभी पिछले दिनों देवरिया के महिला संरक्षणगृह में लड़कियों के गायब होने, रात-रात भर बाहर भेजने और रोते हुए सुबह उनकी वापसी, ऐसे में कहां- क्या होता हो, कहा नहीं जा सकता। बलिया में छह वर्ष की बच्ची के साथ गैंगरेप की शर्मनाक घटना घटी। बच्ची 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस से गायब थी। दुष्कर्म के 4 दिन बाद बमुश्किल एफआईआर दर्ज हो पाई। राजधानी लखनऊ में ही दुष्कर्म पीड़िता को न्याय के मंदिर में ही पीटा गया। राजधानी के मंडियाव क्षेत्र में किशोरी से गैंगरेप के बाद ईट से उसका चेहरा कुचला गया।
अगस्त 2018 में अकेले कई जनपदों में दुष्कर्म के जघन्य कांड हुए हैं। विगत 2 अगस्त को कासगंज में अगवाकर बालिका की हत्या कर दी गई। 11 अगस्त को सीतापुर के हरगांव क्षेत्र में लिफ्ट देने के बहाने एक महिला से गैंगरेप हुआ। 12 अगस्त को कानपुर में मूक बधिर विद्यालय, कानपुर में अगवाकर बालिका की हत्या हुई। 13 अगस्त को इलाहाबाद रेलवे अस्पताल में एक युवती से गैंगरेप की घटना घटी। मऊ में मदरसे में एक छात्रा से दुष्कर्म हुआ। 14 अगस्त को मेरठ में मनचलों ने छात्रा पर केरोसिन डालकर आग लगा दी। कई युवतियों पर तो तेजाब भी फेंका गया, प्रषासन ऐसी घटनाओं की रोकथाम में पूरी तरह विफल साबित हुआ है। लड़कियों को सोशल मीडिया पर भी बदनाम करने की साजिश की जाती है।
मानवाधिकार आयोग और दूसरी संवैधानिक संस्थाओं के संज्ञान में भी यह तथ्य लाया गया है कि उत्तर प्रदेश में फर्जी एनकाउण्टरों की बाढ़ आ गई है। व्यापारियों की लूट और हत्याएं हो रही हैं।
निर्दोष लोगों में भय व्याप्त है कि पुलिस कभी भी उनकी हत्या कर सकती है। राज्य के हालात बुरी तरह से बिगड़ गए है। कानून व्यवस्था का कोई पुर्साहाल नहीं है। जनता में भाजपा सरकार के प्रति गहरा आक्रोश व्याप्त है। यह सरकार नारी सुरक्षा के मुद्दे पर पूरी तरह निष्क्रिय है। न्याय के लिए जनता जाये तो जाये कहाँ? जब से भाजपा पदारूढ़ हुई है तभी से बच्चियों पर मानो कहर टूट पड़ा है। जनता तो भाजपा सरकार के कारण तबाह है।